हरिद्वार
Haridwar Pod Car Project: अब पॉड कार से कर सकेंगे हरिद्वार के दर्शन, जानें खासियत और योजना…
Haridwar Pod Car Project: उत्तराखंड की राजधानी में मेट्रो चलाने की कवायद पिछले 6 सालों से चल रही है, लेकिन आखिरकार अब लंबे इंतजार के बाद उत्तराखंड में मेट्रो का सपना पूरा होने जा रहा है। राज्य में सबसे पहले हरिद्वार में मेट्रो का सपना पूरा होने जा रहा है। बताया जा रहा है कि जल्द ही हरिद्वार दर्शन कराने के लिए पर्सनल रैपिड ट्रांजिट यानी पॉड कार को लेकर काम शुरू होने जा रहा है। बताया जा रहा है कि शासन से मंजूरी मिलते ही इस प्रोजेक्ट के लिए टेंडर निकाला जाएगा।
1685 करोड़ की योजना
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार पर्सनल रैपिड ट्रांजिट प्रोजेक्ट को उत्तराखंड मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने शासन के पास भेज दिया है। पीआरटी सिस्टम के तहत हरिद्वार के सभी पौराणिक मंदिरों और देव स्थलों को एलिवेटेड स्टील ट्रैक के माध्यम से जोड़ा जाएगा। जिस पर पॉड कार संचालित होंगी। इसमें हरकी पैड़ी, दक्ष मंदिर सहित हरिद्वार के सभी पौराणिक स्थलों को जोड़ दिया गया है। इस पूरे प्रोजेक्ट पर करीब 1685 करोड़ का खर्च आएगा।
देश में पहली बार नजर आएगी पॉड कार
योजना है कि देहरादून में मेट्रो नियो और हरिद्वार में पॉड टैक्सी ट्रांसपोर्ट सिस्टम पर अगले साल से काम शुरू कर दिया जाए। सब कुछ योजनाबद्ध ढंग से चला तो 2027 में आप मेट्रो नियो में सफ़र कर रहे होंगे। ये दोनों ट्रांसपोर्ट सिस्टम देश में पहली बार यहीं नज़र आएंगे। दून और हरिद्वार के प्रोजेक्टों के धरातल पर आते ही कॉरपोरेशन आने वाले दिनों में पंतनगर जैसे मैदानी इलाकों के लिए भी मेट्रो नियो के प्लान को लेकर आशावादी है।
ज्वालापुर से लेकर शांतिकुंज तक होगी संचालित
बताया जा रहा है कि इस परियोजना के तहत आपको पूरे हरिद्वार के दर्शन करने का मौका मिलेगा। हरिद्वार में तकरीबन 20 किलोमीटर लंबा यह ट्रांजिट सिस्टम ज्वालापुर से लेकर शांतिकुंज में मौजूद भारत माता मंदिर तक संचालित किया जाएगा। आगामी 3 साल में इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने पर उम्मीद की जा रही है कि हरिद्वार आने वाले पर्यटकों और यहां के स्थानीय लोगों को ट्रैफिक जाम से कुछ निजात मिल पाएगी।
लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 पहाड़ी खबरनामा के वाट्सऐप ग्रुप से जुड़ें
👉 पहाड़ी खबरनामा के फेसबुक पेज़ को लाइक करें