देहरादून
गजब: बिना वैक्सीन लगे ही मिल गया वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट…
देहरादून: देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है। कोरोना की जंग में वैक्सीन ही एक हथियार माना जा रहा है। लेकिन देश मे वैक्सीन की कमी होने से वैक्सीनेशन अभियान ढीला पड़ा हुआ है। केंद्र सरकार निर्देश पर कोरोना पर प्रहार के लिए चलाएं जा रहे वैक्सीनेशन अभियान में सभी राज्य सरकारें अपने स्तर से अभियान आगे बढ़ा तो रही है लेकिन इसी बीच वैक्सीनेशन पोर्टल की ओर से सामने आ रही कई समस्याओं का खामयाजा कोविड वैक्सीन लगवाने के लिए तैयार बैठे लोगों को भुगतना पड़ रहा है। इसी से जुड़ा हुआ एक नया मामला राजधानी देहरादून से सामने आया है जहां एक बुजुर्ग बिना कोविड वैक्सीन लगे ही वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट हासिल हो गया।
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जी हां, ऐसा ही चौंकाने वाला मामला कहीं और का नही बल्कि राजधानी देहरादून से सामने आया है। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की वैक्सीनेशन में तकनीकी खामियों का खुलासा हुआ है। बता दें कि इससे पहले भी देहरादून के एक निजी अस्पताल में रजिस्ट्रेशन कराने वाले कि जगह किसी दूसरे को वैक्सीन की डोज लगा दी गयी थी। जिसके बाद ये मामला चर्चाओं में आया था, जिसके बाद मैक्स अस्पताल को अपनी गलती माननी पड़ी थी, लेकिन अब एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जिसमें वैक्सीन लगाने गए व्यक्ति को वैक्सीनेशन सेंटर से वैक्सीन की कमी बताकर बैरंग लौटा दिया गया, लेकिन जब वह घर पहुंचा तो उसे फोन पर वैक्सीन लगने का मैसेज मिला।
वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचने पर भी नहीं लग पाई वैक्सीन
पूरा मामला राजधानी देहरादून के प्रेमनगर का है। जहाँ रहने वाले इंदर सिंह नेगी ने बताया कि उन्हें कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज लगवाने के लिए रजिस्ट्रेशन किया था, जिसके बाद क्लेंमनटाउन के कैंट अस्पताल में स्लॉट बुक हो गया। बुक के बाद अगले दिन वह अपनी बेटी के साथ सेंटर पर पहुंचे। इंदर सिंह नेगी की बेटी अनुष्का ने बताया कि जब वह अपने पिता को लेकर सेंटर पर पहुंची तो वहां वैक्सीन नहीं होने की बात कही गई। जबकि हमारा स्लॉट बुक था।
घर पहुंचने पर आया वैक्सीन लगने का मैसेज
अनुष्का ने बताया कि देर शाम वैक्सीन न लगने पर वे अपने बुजुर्ग पिता को लेकर घर चले आए। लेकिन घर पहुंचते ही वैक्सीनेशन के लिए दर्ज कराए गए फोन नम्बर पर उनके पिता इंदर सिंह नेगी को वैक्सीन की डोज लगने का मैसेज आ गया, इसके साथ ही मैसेज के माध्यम से वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट को डाउनलोड करने का लिंक प्राप्त हो गया, जिसके सहारे वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट डाउनलोड कर लिया गया।
बिना वैक्सीन लगे आ गया मेसेज
वहीं इंदर सिंह नेगी की बेटी अनुष्का का कहना है कि बिना वैक्सीन लगे ही मोबाइल पर वैक्सीन लगने का मैसेज आ गया है। जब तक ये पोर्टल की ओर से डिलीट नहीं होगा, तब तक उनको पिता को वैक्सीन नहीं लग पाएगी। यह मामला सामने आने के बाद यह तो जाहिर हो गया है कि देश भर में वैक्सीन को लेकर तकनीकी रूप से कई खामियां देखने को मिल रही है।
शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने दिए निर्देश
मामले को गंभीरता से देखते हुए शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने कहा कि यह तकनीकी रूप से गड़बड़ी का मामला है। लेकिन इस तरह की परेशानी लोगों को नहीं आनी चाहिए। इसके लिए वह अधिकारियों को ऐसे मामलों में एहतियात बरतने के निर्देश देंगे।
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