उत्तराखंड
Uttarakhand News: प्रदेश को मिली अत्याधुनिक एक्स-बैंड डॉपलर वेदर रडार की सौगात, जानें कैसे करता है काम…
उत्तराखंड में बारिश को लेकर आपदा का खतरा बना रहता है। ऐसे में अब मौसम पूर्वानुमान प्रणाली को मजबूत करने और अपने मौसम संबंधी सेवाओं को और बढ़ाने के उद्देश्य से प्रदेश में बड़ा कदम उठाया गया है। उत्तराखंड को अत्याधुनिक एक्स-बैंड डॉपलर वेदर रडार की सौगात मिल गई है। जिससे अब मौसम की सटिक जानकारी मिल सकेगी। आइए सरल शब्दों में समझते हैं कि ये कैसे काम करेगा।
मिली जानकारी के अनुसार केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरण रिजिजू ने पौड़ी गढ़वाल जिले के लैंसडाउन में इसका उद्घाटन किया है। पौड़ी में लगने वाला ये अत्याधुनिक एक्स-बैंड डॉपलर वेदर रडार मौसम की भविष्यवाणी करने की क्षमता में क्रांति लाएगा, जिससे सुरक्षा के लिए समय पर अलर्ट सुनिश्चित होंगे। डॉप्लर रडार की मदद से मौसम विभाग को 400 किलोमीटर तक के क्षेत्र में होने वाले मौसम बदलाव के बारे में सटीक जानकारी मिल पाएगी
लेकिन यहां गौर करने वाली बात यह है कि आखिर यह डॉप्लर रेडार क्या है जिसके बाद मौसम विभाग की कोई भी भविष्यवाणी फेल साबित नहीं होगी। असल में रेडार डॉप्लर प्रभाव का इस्तेमाल कर साइज में सबसे छोटी दिखने वालीं जिसे हम अतिसूक्ष्म तरंगे कह सकते हैं को भी कैच कर लेता है। जब यही तंरगे किसी भी वस्तु से टकराकर लौटती हैं तब यह रडार उनकी दिशा को आसानी से पहचान लेता है। इसके साथ यह हवा में तैर रहे माइक्रोस्कोपिक पानी की बूंदों को पहचानने के साथ यह उनकी दिशा का भी पता लगाने में सक्षम है।
बताया जाता है कि डॉप्लर रडार बूंदों के आकार, उनके रफ्तार से संबंधित जानकारी को हर मिनट अपडेट भी करता है। इस डेटा के अधार पर यह पता कर पाना मुश्किल नहीं होता है कि किस क्षेत्र में कितनी वर्षा होगी या तूफान आएगा। इससे मौसम विभाग की भविष्यवाणी की सटीकता में काफी अंतर आएगा।
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