“ग्राम सभा के ऐतिहासिक फैसले: प्रकृति संरक्षण से नशा-निरोध तक बदलेगी गांव की तस्वीर” - Pahadi Khabarnama पहाड़ी खबरनामा
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“ग्राम सभा के ऐतिहासिक फैसले: प्रकृति संरक्षण से नशा-निरोध तक बदलेगी गांव की तस्वीर”

उत्तरकाशी

“ग्राम सभा के ऐतिहासिक फैसले: प्रकृति संरक्षण से नशा-निरोध तक बदलेगी गांव की तस्वीर”

उत्तरकाशी। वाइब्रेंट विलेज योजना से जुड़े हर्षिल घाटी के ग्राम झाला (उत्तरकाशी) में स्वच्छता, प्रकृति संरक्षण और सामाजिक सुधार को लेकर उल्लेखनीय कार्य हो रहे हैं। नवनिर्वाचित ग्राम पंचायत के नेतृत्व में गांव आज पूरे क्षेत्र के लिए एक प्रगतिशील और प्रेरणादायक मॉडल के रूप में उभर रहा है।

पहली खुली ग्राम सभा में ऐतिहासिक निर्णय

मंगलवार को ग्राम जाला में आयोजित नवनिर्वाचित ग्राम पंचायत की पहली खुली ग्राम सभा में ग्रामीणों की व्यापक भागीदारी के साथ कई महत्वपूर्ण और दूरदर्शी प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किए गए। ये निर्णय हर्षिल घाटी में सामाजिक और पर्यावरणीय सुधारों की मजबूत नींव रखेंगे।

हर महीने मनाया जाएगा ‘थैंक यू नेचर दिवस’

‘थैंक यू नेचर’ अभियान की बढ़ती लोकप्रियता और जनसहभागिता को देखते हुए ग्राम सभा ने हर माह इसे मनाने का निर्णय लिया। इस दिन — सभी ग्रामवासी स्कूलों के छात्र-छात्राएं ग्राम क्षेत्र में नियुक्त विभागीय फील्ड कर्मचारी सक्रिय रूप से स्वच्छता, वृक्षारोपण, प्राकृतिक संरक्षण तथा मौके पर ही जनसमस्याओं के त्वरित समाधान जैसे कार्यों में शामिल होंगे।

 

कचरा फैलाने वालों पर लगेगा जुर्माना

ग्राम क्षेत्र को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखने के उद्देश्य से कचरा फैलाने वालों पर जुर्माना लगाने का प्रस्ताव भी पारित हुआ। यह निर्णय गांव को स्वच्छता के क्षेत्र में एक अनुकरणीय उदाहरण बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

 

अवैध शराब की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध

ग्राम सभा ने ग्राम पंचायत के निर्णय के अनुरूप गांव में अवैध शराब की बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लागू किया है।
इसकी निगरानी महिला मंगल दल द्वारा की जाएगी, जिससे सामाजिक सुरक्षा बढ़ेगी और महिला सशक्तिकरण को भी प्रोत्साहन मिलेगा।

 

कार्यक्रमों में शराब परोसने पर रोक, ₹21,000 जुर्माना

समाज सुधार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ग्राम सभा ने यह प्रस्ताव भी पारित किया कि—
किसी भी मांगलिक, सार्वजनिक या निजी कार्यक्रम में शराब या किसी भी प्रकार के नशे को परोसना पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा।
उल्लंघन करने पर ₹21,000 का जुर्माना निर्धारित किया गया है।

 

झाला—नए सामाजिक अनुशासन और पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक

ग्राम पंचायत और ग्रामीणों के सामूहिक प्रयासों से सीमांत हर्षिल घाटी का छोटा सा झाला गांव अब स्वच्छता, प्रकृति संरक्षण, नशा-निरोध और सामाजिक अनुशासन का मजबूत मॉडल बन चुका है। यह पहल भविष्य में पूरे क्षेत्र के लिए मार्गदर्शक सिद्ध होगी।

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