हरिद्वार
Corona Effect: उत्तराखंड में गंगा आरती और जेलों में कोरोना का असर, ये नियम-शर्तें लागू…
हरिद्वार: उत्तराखंड में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच अब प्रशासन सख्त हो गया है। हरिद्वार जेल हो या गंगा आरती हर जगह इसका असर देखने को मिल रहा है। कोरोना के खतरे को देखते हुए गंगा सभा ने त्रिवेणी घाट पर गंगा आरती में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं के लिए शर्तें और नियम लागू कर दिए हैं। अब कोविड-19 की निगेटिव रिपोर्ट और वैक्सीन की दोनों डोज के सर्टिफिकेट दिखाने के बाद ही श्रद्धालु आरती स्थल में प्रवेश कर पाएंगे। वहीं अब हरिद्वार जेल में एक बैरक को आइसोलेशन बैरक के रूप में बदल दिया गया है। जहां बाहर से आने वाले कैदियों को रखा जाएगा।
बता दें कि पहले शासन के आदेश पर हरिद्वार जेल में बंद कैदियों की मुलाकात बंद कर दी गई थी. अब हरिद्वार जेल में एक बैरक को आइसोलेशन बैरक के रूप में बदल दिया गया है। जहां बाहर से आने वाले कैदियों को रखा जाएगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जो भी टाइम पीरियड दिया गया है, उसके आधार पर उस अवधि तक उन कैदियों को इस बैरक में रखा जा रहा है। उसके बाद सामान्य बैरक में शिफ्ट कर दिया जा रहा है। इतना ही नहीं कैदियों को अब वीडियो कॉलिंग के माध्यम से अपने परिवार से मुलाकात कराई जा रही है।
इसके साथ कोरोना के खतरे को देखते हुए गंगा सभा ने त्रिवेणी घाट पर गंगा आरती में शामिल होने के लिए कोविड-19 की निगेटिव रिपोर्ट और वैक्सीन की दोनों डोज के सर्टिफिकेट दिखाना ज़रूरी हो गया है। यही नहीं श्रद्धालुओं को मास्क पहनने के साथ-साथ सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करना होगा। इन नियम और शर्तों का पालन गंगा सभा के सभी पदाधिकारियों को भी करना होगा।
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