उत्तराखंड
Uttarakhand News: भीख मांग कर गुजारा कर रहा मासूम निकला करोड़ों का वारिस, एक रात में ऐसे बदल गई किस्मत…
Uttarakhand News: कहते है फिल्मी कहानियां हकीकी कहानी पर बनी होती है। तो कुछ ये कहते है कि कुछ लोगों की जिंदगी में फिल्मी कहानी का मोड आ जाता है। ऐसा ही एक मामला उत्तराखंड से सामने आया है। यहां कलियर में दरबदर घूम रहे मासूम की जिंदगी रातों रात बदल गई है। पहले पिता फिर कोरोना में मां को खोने के बाद होटल में बर्तन मांजने, भीख मांगने के लिए मजबूर मासूम करोड़ों की जायदाद का मालिक निकला है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार उत्तराखंड के रुड़की में एक दरगाह है पिरान कलियार, जिसके बाहर 10 साल का एक लड़का करीब साल भर से भीख मांग रहा था। गंदे कपड़े पहने लोगों के सामने एक-एक रुपये के लिए गिड़गिड़ाते हुए ही उसकी जिंदगी कट रही थी लेकिन अचानक एक दिन उसके जीवन का ऐसा रहस्य खुला कि न सिर्फ अनाथ बच्चे को उसका परिवार मिल गया बल्कि उसकी किस्मत भी बदल गई। पाई-पाई के लिए मोहताज 10 साल का वह लड़का करोड़ों की संपत्ति का मालिक निकला।
बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के पंडौली गांव का रहने वाला 10 साल का शाहजेब आलम के पिता की मौत हो गई थी। उसकी मां पति की मृत्यु के बाद किसी बात को लेकर ससुराल छोड़ कर बेटे को लेकर आ गई थी। लेकिन कोरोना के समय शाहजेब की मां की मौत हो गई। जिसके बाद मासूम लावारिस अनाथ होकर भीख मांगकर होटल में बर्तन मांजकर अपना गुजारा कर रहा था। लेकिन कलियर में सड़कों पर घूमते वक्त गांव के युवक मोबिन ने उसे पहचाना। परिजनों को सूचना दी, जिसके बाद वह बच्चे को अपने साथ घर ले गए।
बताया जा रहा है कि शाहजेब के दादा ने मरने से पहले अपनी आधी जायदाद अपने पोते शाहजेब के नाम कर दी थी। दादा ने अपनी वसीयत में लिखा था कि जब कभी भी मेरा पोता वापस आए तो उसे आधी जायदाद सौंप दी जाए। बच्चे के नाम गांव में पुश्तैनी मकान और पांच बीघा जमीन है। इस संपत्ति की कीमत 5 करोड़ रुपये बताई जा रही है। जिससे अब उसकी जिंदगी बदल गई है।
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