उत्तराखंड
Uttarakhand News: राज्य को बारिश से हुआ करोड़ों का नुकसान,105 से ज्यादा सड़कें बंद…
Uttarakhand News: उत्तराखंड में जाता हुआ मानसून तबाही मचा रहा है। लगातार हुई मुसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कुमाऊं को सबसे ज्यादा बारिश से नुकसान पहुंचा है। राज्य को बारिश से करोड़ों को नुकसान हुआ है। कहीं घर, दीवारें गिर गईं, तो कहीं किसानों की फसलें बर्बाद हो गईं। पहाड़ों की सड़कों पर मलबा आने से अभी भी दर्जनों सड़कें बंद पड़ी हैं।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार नैनीताल, अल्मोड़ा और चंपावत जिले में बारिश से तबाही की तस्वीरे सामने आई है। चार दिनों की बारिश की वजह से अल्मोड़ा जिले में काफी नुकसान हुआ है।अल्मोड़ा जिले के सल्ट ब्लॉक में मकान ढहने से एक बुजुर्ग व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं, अल्मोड़ा के पुराने कलेक्ट्रेट में रह रहे कार्मिक आवासीय भवन की दीवार गिरने से 6 परिवारों को यहां से शिफ्ट किया गया है।अल्मोड़ा, भनोली, रानीखेत और सोमेश्वर में करीब 11 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं।
वहीं नैनीताल में भी तबाही की खबरें है। यहां ज्यादातर किसानों की फसलों को नुकसान हुआ है, जो कि करोड़ों रुपयों में आंका जा रहा है। नैनीताल जिले के ओखलकांडा, बेतालघाट, धारी, रामगढ़ और भीमताल में बारिश से बीन, गोभी, राजमा, धान, मंडुआ, उड़द, भट्ट और गहत की फसलें खराब हो गईं। पहाड़ के ज्यादातर लोग खेती और पशुपालन पर ही निर्भर रहते हैं। ऐसे में फसल बर्बाद होने से अब वे मायूस हो गए हैं। किसान मुआवजे की मांग कर रहे है।
वहीं पिथौरागढ़ से चीन और नेपाल सीमा को जोड़ने वाली 6 सड़कें बंद हो चुकी हैं। गाला-जिप्ती, तवाघाट-घटियाबगड़, घटियाबगड़-लिपुलेख, कुंजीकुटी-जौलीकांग, पिथौरागढ़-धारचूला, जौलजीवी-मुनस्यारी बॉर्डर रोड बंद है। पूरे कुमाऊं मंडल में 105 से ज्यादा सड़कें बंद हो चुकी हैं। बताया जा रहा है कि सभी संवेदनशील जगहों पर पुलिस की नजर है। जहां पर लैंडस्लाइड का खतरा है, वहां पर ट्रैफिक को रोका जा रहा है।
लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 पहाड़ी खबरनामा के वाट्सऐप ग्रुप से जुड़ें
👉 पहाड़ी खबरनामा के फेसबुक पेज़ को लाइक करें