उत्तराखंड
गाइडलाइन: अस्थियां करनी है गंगा में प्रवाहित, तो अब इन नियमों का करना होगा पालन…
हरिद्वारः उत्तराखंड में भले ही कोरोना का कहर कम हो गया हो लेकिन अभी खतरा टला नहीं है इसलिए शासन द्वारा नियमों को सख्त किया जा रहा है। अगर आप गंगा में अपनों की अस्थियां प्रवाहित करने की सोच रहे है, तो आपको कई नियमों का पालन करना होगा। अगर नियमों का पालन नहीं किया तो आपको बिना अस्थियां प्रवहित करे ही लौटना पड़ेगा।
बता दें कि देशभर से लोग अपनों की अस्थियां विसर्जन के लिए हरिद्वार आते हैं। कांवड यात्रा और कोरोना के कहर को देखते हुए हरिद्वार डीएम सी रविशंकर ने गाइडलाइन जारी की है। जिसके अनुसार अगर आपको वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है तो आप आसानी से हरिद्वार में पहुंच सकते है। लेकिन अगर आपने वैक्सीन नहीं लगाई है तो आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। आपको हरिद्वार आने के लिए कोविड जांच की 72 घंटे पहले आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट जरूरी लानी होगी। इसके अलावा हरिद्वार आने के लिए स्मार्ट सिटी के पोर्टल पर पंजीकरण भी करवाना अनिवार्य होगा। ये नियम छह अगस्त की सुबह छह बजे तक लागू रहेगी।
गौरतलब है कि अहमदाबाद से अस्थि विसर्जन के लिए पहुंचे छह लोगों के रैंडम सैंपलिंग में कोविड पॉजिटिव मिलने पर स्टेशन पर सख्ती कर दी गई है। वहीं सावन में कांवडिए भी पुलिस को चकमा देकर ट्रेनों और बसों से हरिद्वार पहुंच रहे हैं। जिसके चलते हरिद्वार में प्रवेश करने वाले बाहरी राज्यों के लोगों के लिए आरटीपीसीआर निगेटिव रिपोर्ट और पोर्टल पर पंजीकरण की अनिवार्यता है। वैक्सीन की दूसरी डोज लगने के 15 दिन बाद प्रमाणपत्र होने पर निगेटिव रिपोर्ट की जरूरत नहीं होगी, लेकिन पोर्टल http.//smartcitydehradun.uk.gov.in पर पंजीकरण जरूरी होगा।
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