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Shinzo Abe: पूर्व प्रधानमंत्री पर जानलेवा हमला, PM मोदी और भारत से है खास रिश्ता, जानें…
Shinzo Abe: जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे पर जानलेवा हमला हुआ है। बताया जा रहा है कि उन्हें गोली मारी (Shinzo Abe Shot In Japan) गई है। जिसमें उनकी हालात गंभीर बनी हुई है। वहीं दुनिया भर से इस मामले में दिग्गजों की प्रतिक्रिया आ रही है। हमले पर पीएम मोदी ने भी खेद जताते हुए प्रतिक्रिया दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने दुख जताया है। पीएम मोदी ने कहा कि मेरे प्रिय मित्र पर हुए हमले से व्यथित हूं। देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से शुरू हुआ था आबे परिवार का रिश्ता मौजूदा पीएम नरेंद्र मोदी तक चला। बुलेट ट्रेन परियोजना bullet train project से लेकर असैन्य परमाणु समझौते में आबे की भूमिका भारत से उनके प्रति प्यार को दर्शाती है।
Shinzo Abe: मीडिया रिपोर्टस के अनुसार जापान के पूर्व PM शिंजो आबे की हालत इस वक्त बेहद नाजुक बनी हुई है। 67 साल के शिंजो पर एक रैली में भाषण के दौरान आज हमला हुआ था। यहां शिंजो आबे के पीछे खड़े हमलावर ने दो गोलियां चलाईं, इसके बाद वह जमीन पर गिर पड़े। घटनास्थल से ही संदिग्ध हमलावर को पकड़ लिया गया था। उसके बारे में अब अलग-अलग जानकारियां सामने आ रही है। संदिग्ध हमलावर की उम्र 41 साल बताई जा रही है। उसका नाम Yamagami Tetsuya है। उसपर अभी हत्या की कोशिश की धाराएं लगी हैं। हमलावर सेल्फ डिफेंस फोर्स का सदस्य रह चुका है। जिस बंदूक से हमला हुआ वह मौके से बरामद कर ली गई। वह एक शॉटगन है।
पीएम मोदी के साथ आबे का खास रिश्ता
पीएम मोदी ने अपने खास दोस्त पर हमले को लेकर दुख व्यक्त किया है। देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से शुरू हुआ था आबे परिवार का रिश्ता मौजूदा पीएम नरेंद्र मोदी तक चला।
पीएम नरेंद्र मोदी और जापान के पूर्व पीएम शिंजो अबे PM Narendra Modi and former PM Shinzo abe के बीच खास रिश्ता था। दोनों नेता जब भी मिलते थे तो दोनों की मुलाकात में गर्मजोशी देखते ही बनती थी। पीएम रहते हुए आबे जब भारत आए थे तो पीएम मोदी उन्हें बनारस लेकर गए थे। आबे की दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती को भारत नहीं भूला है।
शिंजो जब भारत से विदा हुए थे पीएम मोदी ने उन्हें श्रीमद्भागवत गीता भेंट की थी। Shinzo Abe’s in India शिंजो आबे का भारत की संस्कृति और सभ्यता के प्रति खास स्नेह था। पीएम मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो उस दौरान भी शिंजो आबे के साथ उनके संबंध काफी मधुर थे। शिंजो आबे, 1957 में स्वतंत्र भारत की यात्रा करने वाले पहले जापानी प्रधान मंत्री नोबुसुके किशी के पोते हैं। आबे का भारत से नाता बचपन से जुड़ा था।
आबे ने अपनी भारत यात्रा के दौरान उन कहानियों को याद किया था जो उन्होंने बचपन में अपने नाना की गोद में बैठकर भारत के बारे में सुनी थीं। शिंजो आबे का भारत को लेकर खास लगाव था। यह लगाव काशी से लेकर क्योटो तक दिखाई देता था। आबे का भारत की संस्कृति से लेकर द्विपक्षीय संबंधों को लेकर जो निकटता थी वह कई मौकों पर दिखाई थी। बुलेट ट्रेन परियोजना से लेकर असैन्य परमाणु समझौते में आबे की भूमिका भारत से उनके प्रति प्यार को दर्शाती है।
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