दुनिया
ऑनलाइन गेमिंग की आड़ में धर्मांतरण का खेल, मास्टरमाइंड बद्दो ऐसे बच्चों को बना रहा था शिकार
ऑनलाइन गेमिंग के जरिए बच्चों का धर्म परिवर्तन कराने के मामले में पुलिस ने अब तक दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल पुलिस को इस बात का शक है कि इस पूरे गिरोह और साजिश का मास्टरमाइंड बद्दो ही है जिसे मुम्बई से गिरफ्तार किया गया है। मामला 31 मई, 2023 को सामने आया। दरअसल, गाजियाबाद के एक हिंदू परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि किसी ने उनके बच्चे को बहला-फुसलाकर उसका धर्मांतरण कर दिया है। दरअसल, बच्चा अपने घर से बोलकर जाता था कि वो जिम जा रहा है, जबकि वो मस्जिद में नमाज पढ़ने जाया करता था। अचानक एक दिन परिवार को शक हुआ कि वो जिम का नाम लेकर दिनभर में पांच बार कुछ देर के लिए गायब हो जाता था।
इसके बाद परिवार ने उसका पीछा किया और उनके होश उड़ गए, जब उन्होंने देखा कि उनका बेटा हिंदू होते हुए मस्जिद में नमाज पढ़ने जा रहा है। घर आने के बाद परिवार वालों ने बच्चे को डांट लगाते हुए धमकी दी कि अगर वो यह सब नहीं छोड़ेगा, तो उसे घर से निकाल देंगे। इसपर भी बच्चे ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वो मस्जिद में रह लेगा, वहां सबके लिए जगह है।
बेटे की बात सुनकर घरवाले डर गए और उससे पूरी बात जानने की कोशिश की। आखिर में परिजनों को केवल पुलिस ही एकमात्र सहारा नजर आया। परिजन अपने बच्चे के साथ पुलिस स्टेशन गए, जहां उस बच्चे ने पुलिस को इस बारे में बताया और खुलासा हुआ कि ऑनलाइन गेमिंग के जरिए बच्चों का धर्मांतरण किया जा रहा है। पुलिस ने अपनी शिकायत में मौलवी अब्दुल रहमान और शाहनवाज उर्फ बद्दो के खिलाफ मामला दर्ज किया और उनकी तलाश में जुट गई।
बच्चे ने पुलिस को बताया कि ऑनलाइन गेमिंग के जरिए वो शाहनवाज के संपर्क में आया और इसके बाद उसका झुकाव इस्लाम की ओर बढ़ने लगा। बच्चे ने बताया कि उसने बद्दो के कहने पर इस्लाम कबूल कर लिया। दरअसल, पहले चरण में बच्चों के साथ ऑनलाइन गेम खेला जाता था। दूसरे चरण में बच्चों से चैटिंग की जाती थी और उन्हें इस्लाम के फायदे बताए जाते थे और तीसरी बार में बच्चे को एफिडेविट पर हस्ताक्षर कराए जाते थे कि उन्होंने अपनी मर्जी से धर्मांतरण किया है।
सबसे पहले स्टेप में शाहनवाज शॉर्ट हैंडलर हिंदू नामों से आईडी बनाते थे और बच्चों को ‘Fortnite’ खेलने के लिए उकसाते थे। मामला इनके पाले में तब आता था, जब कोई बच्चा गेम हार जाता था। बच्चे गेम हारने पर निराश होने लगते थे, तो गिरोह के लोग इन्हें कहते थे कि नमाज की आयतें पढ़ो, तो जीत जाओगे। इसके बाद जब बच्चे आयते पढ़ने लगते थे, तो यह लोग साजिश के तहत बच्चों को गेम जीतने देते थे। ऐसे करते-करते बच्चों को इस्लाम और नमाज की आयतों पर विश्वास होने लगता था। इस तरह गिरोह के सदस्य अपने पहले स्टेप में कामयाब हो जाते थे। वे लोग बच्चों को जाकिर नाईक और तारिक जमील की वीडियो भी दिखाते थे, जिसके जरिए उन्हें इस्लाम कबूल करने के लिए बहकाया जाता था। जब बच्चे इनके जाल में फंसकर इस्लाम कबूल करने के लिए राजी हो जाते थे, तो इनका दूसरा स्टेप भी पूरा हो जाता।
अंत में तीसरा और आखिरी स्टेप होता था बच्चों के नाम पर एफिडेविट बनवाना। जब बच्चे पूरी तरह से इस्लाम की ओर झुक जाते थे, तो बच्चों के नाम पर एक एफिडेविट बनवाया जाता था, जिसमें लिखा जाता था कि बच्चे अपनी मर्जी से इस्लाम कबूल कर रहे हैं। इस तरह ऑनलाइन गेमिंग के जरिए गिरोह मासूम बच्चों का धर्मांतरण कर देते थे।
पुलिस ने मौलवी अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया है जिसने बच्चे का धर्मांतरण कराया था। अब्दुल गाजियाबाद के संजय नगर में एक मस्जिद का मौलवी था। मौलवी ने पूछताछ के दौरान इस बात को कबूल किया वो बच्चों का ब्रेन वॉश करके उनका धर्मांतरण किया करता था। वो गैर-मुस्लिम बच्चों को इस्लाम के बारे में बताकर बहलाता-फुसलाता और इसके बाद उनका धर्म-परिवर्तन करा देता था। अब्दुल ने पूछताछ में इस बात को भी कबूल किया है कि एक साल पहले भी दो बच्चों ने इसकी बातों में आकर इस्लाम कबूल किया था और नमाज पढ़ने लगे थे।
पकड़ा गया मास्टरमाइंड शाहनवाज उर्फ बद्दो
शाहनवाज को पता चला कि उसके खिलाफ मामला दर्ज हुआ है, तो वह अपनी मां और भाई के साथ सोलापुर से फरार हो गया। वो लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था। इसके बाद उसका एक भाई कही और चला गया और यह भी कहीं और भाग गया। इसके बाद पुलिस को बद्दो की मां का पता चला। उससे पूछताछ करने पहुंची पुलिस को उसने बताया कि उसका एक बेटा दिल्ली में है और दूसरे का नंबर बंद आ रहा है। बारीकी से जांच करने पर पुलिस को पता चला कि बद्दो मुम्बई के वर्ली में छिपा हुआ है और जब पुलिस वर्ली पहुंची, तो वह वर्ली से भी फरार हो गया। इसके बाद वो अलीबाग के एक लॉज में छिपा था, जहां से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में कबूल किया जुर्म
पुलिस ने बद्दो को गिरफ्तार करने के बाद उससे पूछताछ शुरू कर दी, जिसमें उसने बताया कि वो पहले बच्चों से दोस्ती करता था और बाद में बहला-फुसलाकर उनका धर्म परिवर्तन करता था। उसने इस बात को भी कबूल किया कि पीड़ित बच्चे का धर्मांतरण भी उसी ने किया है। बद्दो ने बताया कि दोनों की दोस्ती ऑनलाइन गेम ‘Fortnite’ के जरिए साल 2021 में हुई थी। इसके बाद धीरे-धीरे दोनों ने ‘Discord’ के जरिए चैटिंग शुरू कर दी और बद्दो ने उस बच्चे को इस्लाम को लेकर बहकाना शुरू कर दिया।
पुलिस को शक है कि अब तक बद्दो ने अपने साथियों के साथ मिलकर देश भर में कम-से-कम 300-400 बच्चों का धर्मांतरण किया है, क्योंकि जिस दौरान ये बच्चों को शिकार बना रहे थे, उस दौरान लॉकडाउन के कारण अधिकतर बच्चे ऑनलाइन गेमिंग में डूबे रहते थे। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, जांच में चैटिंग से पता चला है कि आरोपी बद्दो इन सभी बच्चों को दुबई ले जाने वाला था। दरअसल, इसने बच्चों को लालच दिया था कि वो फ्री में बच्चों को हवाई जहाज के जरिए दुबई ले जाएगा। फिलहाल, पुलिस बारीकी से जांच में जुटी हुई है।
लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 पहाड़ी खबरनामा के वाट्सऐप ग्रुप से जुड़ें
👉 पहाड़ी खबरनामा के फेसबुक पेज़ को लाइक करें