उत्तराखंड
Cyclone Gulab: उत्तराखंड में भी दिखेगा चक्रवात गुलाब का असर, अगले तीन दिन भारी बारिश, ओलावृष्टि, बर्फबारी का अलर्ट…
देहरादून: उत्तराखंड में मानसून की विदाई अभी टलती नजर आ रही है। जाते हुए मानसून के बीच बंगाल की खाड़ी में शनिवार को दिन में बना डीप डिप्रेशन शाम तक चक्रवाती तूफान ‘गुलाब’ में तब्दील हो गया। इस चक्रवात का असर उत्तराखंड में भी देखने को मिलेगा। जिसके लिए मौसम विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। इस दौरान भारी बारिश तूफान का अलर्ट जारी है। 30 सितंबर तक राज्य में भारी बारिश , ओलावृष्टि और पहाड़ों पर बर्फबारी के आसार हैं। मौसम विभाग ने जिसका अलर्ट जारी कर दिया है।
बता दें कि चक्रवात गुलाब के रविवार को ओडिशा और आंध्र प्रदेश से टकराने के बाद तीन लोगों की मौत हो गई है। चक्रवाती तूफान ने रविवार को अपनी दस्तक दी थी जिसके चलते ओडिशा के गंजम जिले में एक व्यक्ति बह गया और आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के दो मछुआरों की मौत हो गई, जबकि एक अन्य लापता हो गया। इस चक्रवात का असरदेशभर में देखने को मिलेगा। उत्तराखंड में भी मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार को कुमाऊं मंडल के पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं कहीं भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़ जिले में कहीं ओलावृष्टि की भी संभावना है। मंगलवार को भी इन जिलों में व कुमाऊं के पर्वतीय जिलों में भारी बारिश, ओलावृष्टि हो सकती है। 29 व 30 को कुमाऊं मंडल के पर्वतीय क्षेत्रों में गर्जना, आकाशीय बिजली चमकने के साथ ही भारी से मध्यम बारिश की संभावना है। मंगलवार के बाद अगले दो दिनों में भी मौसम में परिवर्तन की संभावना नहीं है। प्रदेश में मानसून की विदाई आमतौर पर 28 से 30 सितम्बर तक मानी जाती है। लेकिन अभी प्रदेश से मानसून विदाई के संकेत नहीं हैं।
गौरतलब है कि मौसम विभाग तूफान के तिव्रता को देखते हुए अलर्ट है। तटीय इलाकों में NDRF औऱ SDRF की टीमों को तैनात किया गया है। जिला प्रशासन को चौकसी बरतने को कहा गया है. रविवार रात तक ओडिशा के 6 जिलों से 39,000 लोगों को सुरक्षित निकाला गया। हालांकि आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले में मछुआरे समुद्र से लौटते वक्त पर उनकी नाव से तेज लहरों के टकराने की वजह से समुद्र में गिर गए। स्थानीय प्रशासन उनकी खोजबीन में लगी है। तूफान के प्रकोप और भयावहता को देखते हुए प्रधानमंत्री ओडिशा और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से मदद देने का भरोसा जताया है।
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