देहरादून
आपके घर में तो नहीं आ रहा है नकली खाने का समान, ऐसे मोबाइल फ़ूड टेस्टिंग लैब में कराएं जांच…
देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी में ड्रग्स व खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता परखने को नमूने जांच के लिए निजी लैबों में नहीं भेजने पड़ेंगे। क्योंकि अब देहरादून सिटी में खाद्य कारोबारी एवं उपभोक्ता के लिए मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब में ये सुविधा मिलेगी। अब शहर का कोई भी फूड बिजनेस ऑपरेटर, रेस्टोरेंट, डेरी रिटेल एंड डिस्ट्रीब्यूटर फूड मैन्युफैक्चर यूनिट अपने प्रतिष्ठान से मोबाइल लैब में आकर खाद्य वस्तु का परीक्षण करा सकता है। साथ ही शहर का नागरिक उपभोक्ता भी अपने-अपने घरों से खाद्य वस्तु को लाकर मोबाइल लैब में ₹ 50 विश्लेषण फीस देकर खाद्य वस्तुओं की गुणवत्ता की जांच करा सकता है।
डिस्ट्रिक्ट फूड सेफ्टी ऑफिसर पीसी जोशी ने इस योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि, फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा दैनिक उपयोग की खाद्य वस्तुओं में एडल्टरेशन एवं न्यूट्रिशन की जांच किए जाने के लिए मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब डिजाइन की गई है। जो कि रुद्रपुर लैब से मंगाई गई है और उसमें फूड एनालिस्ट द्वारा मोबाइल लैब में ही खाद्य वस्तुओं की जांच की जाएगी। यह मोबाइल ले 10 सितंबर 2021 तक देहरादून सिटी में फूड टेस्टिंग का कार्य करेगी। दिनांक 7 से 9 सितंबर में पुलिस लाइन, रेस कोर्स, आईएसबीटी, सहारनपुर रोड, घंटाघर, राजपुर रोड, मार्केट एरिया में रहेगी। इस कार्यक्रम को फूड सेफ्टी ऑन व्हील नाम दिया गया है।
उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत शहर का फूड सेफ्टी सर्विलांस डाटा तैयार करने में सुविधा मिलेगी। सर्वे के दौरान कोई खाद्य वस्तु में कमी पाई जाएगी, तो निश्चित समय अवधि के भीतर संबंधित कारोबारकर्ता को इसमें सुधार करना होगा। उसके उपरांत कमी पाए जाने पर संबंधित विक्रेता निर्माता के विरुद्ध खाद्य सुरक्षा मानक अधिनियम 2006 के तहत कठोर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। परीक्षण हेतु लिए गए अभियान में वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी संजय तिवारी एवं एवं महेंद्र एवं फूड एनालिस्ट हुसैन आदि उपस्थित थे।
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