टिहरी गढ़वाल
गजब: शिवालिक गैस एजेंसी में नहीं हो रही गैस सप्लाई, ग्रामीणों को हो रही परेशानी…
मनीष व्यास। टिहरी गढ़वाल। उत्तराखंड में डबल इंजन सरकार भले ही तमाम सुविधाजनक योजनाओं के दावें करती हो लेकिन धरातल पर इसकी हकीकत कुछ और ही है। केंद्र सरकार ने ग्रामीणों को राहत देने के लिए जिस उज्जवला गैस कनेक्शन दिए गए थे। लेकिन पहाड़ तक कनेक्शन तो पहुंचे पर ग्रामीण अब गैस भरवाने के लिए परेशान है। बता दें कि टिहरी गढ़वाल की शिवालिक गैस एजेंसी में बीते छः से सात महीने से गैस सप्लाई चौपट है। ऐसे में ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं एजेंसी संचालक का दावा है कि गैस सप्लाई निरन्तर क्षेत्र में जा रही है।
बता दें कि शिवालिक गैस एजेंसी नई टिहरी के द्वारा टिहरी गढ़वाल के बूढ़ाकेदार क्षेत्र के मेड, मारवाड़ी, निवाल गांव, आगर, कोटी, अगुंडा, रगस्या, तितरूणा, कोट, बिशन, तोली, थाती बूढ़ाकेदार, पदोंखा, चानी बासर में विगत छह सात महीनों से केंद्र सरकार की योजना के तहत प्रधानमंत्री उज्जवला गैस कनेक्शन उपभोक्ताओं को दिए गए हैं। लेकिन गजब बात यह है कि 6 माह से गैस सप्लाई ना होने से लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि जहां एक और केंद्र सरकार द्वारा गरीबों महिलाओं को उज्जवला गैस कनेक्शन देकर सरकारी योजना का लाभान्वित करवाया गया है। वहीं शिवालिक गैस एजेंसी द्वारा इस योजना को धता बताते हुए गैस सप्लाई देने में लोगों से आना कानी की जा रही है। जिससे कि दूरदराज के लोगों को इस योजना का कहीं दूर तक भी फायदा होता नजर नहीं आ रहा है।गौरतलब है कि जहां एक और कोविड माहमारी में भारत गैस शिवालिक गैस सर्विस द्वारा लोगों को समय पर गैस सिलेंडर पहुंचाने सहित जरूरतमंद लोगों को राशन आदि बांटने की खबर सामने आई थी। वहीं धरातल पर सब शुन्य नजर आ रहा है।
ग्रामीणों ने एजेंसी संचालक पर गंभीर आरोप लगाए है। ग्रामीणों का आरोप है कि एजेंसी संचालक भाजपा में पूर्व पद और पार्टी में अपनी पैठ होने के चलते ग्रामीणों को अपनी हनक दिखा रहा है। ग्रामीणों ने जल्द ही क्षेत्र में गैस की सप्लाई सुचारू करने की अपील करते हुए कहा है कि यदि ऐसा नहीं होता है तो वह उग्र आंदोलन करेंगे। वहीं इस बाबत एजेंसी संचालक सोहन खंडवाल से जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने सीधे शब्दों में इसे झूठा आरोप बताते हुए क्षेत्र में गैस सप्लाई सुचारू होने की बात कही है। जबकि ग्रामीणों को मिली उपभोक्ता गैस बुक में अंकित तारीखें कुछ और ही बयां कर रही हैं। वहीं इस बाबत भारत गैस के देहरादून के अधिकारी शशिकांत भगत ने बताया कि मामला गंभीर है इसकी जांच कराई जाएगी। बहरहाल इन सब क्रियाकलापों में उज्ज्वला योजना से लाभान्वित होने की बजाए उपभोक्ता इन दिनों परेशान हैं।
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