नैनीताल
Big Breaking: उत्तराखंड के वरिष्ठ IAS गिरफ्तारी से बचने के लिए हाईकोर्ट पहुंचे , कोर्ट ने दिए ये आदेश…
नैनीतालः उत्तराखंड के वरिष्ठ आईएएस रामविलास यादव गिरफ्तारी से बचने के लिए हाईकोर्ट पहुंचे है। मंगलवार को हाईकोर्ट ने मामले में सुनवाई की है। बताया जा रहा है कि राज्य के सीनियर आईएएस व लखनऊ विकास प्राधिकरण के पूर्व सचिव रामविलास यादव पर आय से अधिक संपत्ति का मामला चल रहा है। कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए बयान दर्ज कराने के निर्देश दिए है। मामले में अगली सुनवाई गुरूवार को होगी।
जांच में सहयोग को पूरी तरह तैयार
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार आईएएस यादव पर पिछले दिनों विजिलेंस की ओर से मुकदमा दर्ज किया गया है। यादव पर आय से कई गुना अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप लगाया गया है। यादव के ठिकानों पर छापेमारी भी की थी। ऐसे में अब उनकी गिरफ्तारी को लेकर शिकंजा कसा जा रहा था। बताया जा रहा है कि यादव ने गिरफ्तारी पर रोक लगाने की याचिका हाईकोर्ट में दायर की है। उन्होंने याचिका में कहा है कि वह जांच में सहयोग को पूरी तरह तैयार हैं। उनकी संपत्ति अधिकांश पुस्तैनी है।
बुधवार को बयान दर्ज कराने के निर्देश
मामले में मंगलवार यानि आज न्यायाधीश न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी की एकलपीठ में याचिका पर सुनवाई हुई। कोर्ट ने याचिकाकर्ता यादव को बुधवार दोपहर साढ़े बारह बजे विवेचक के समक्ष पेश होने के निर्देश दिए हैं। जांच में सहयोग करने को भी कहा है। कोर्ट ने सरकार से मामले में स्थिति स्पष्ट करने के निर्देश देते हुए सुनवाई गुरुवार 23 जून के लिए नियत कर दी।
शिकायतकर्ता पर रंगदारी व ब्लैकमेलिंग के मुकदमे
इस दौरान आरोप लगाया कि शिकायतकर्ता पर रंगदारी व ब्लैकमेलिंग के दस से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। याचिकाकर्ता को मीडिया ट्रायल के माध्यम से परेशान किया जा रहा है। याचिकाकर्ता की बेटी अमेरिका के कैलिफोर्निया जबकि बेटा भी फिजी में अधिवक्ता है जबकि पत्नी 2011 से लखनऊ के एक कॉलेज की प्रबंधक है। जिसे उसकी आय से अधिक संपत्ति बताया जा रहा, वह पुस्तैनी है।
संपत्तियां आय से करीब 547 फीसदी अधिक
गौरतलब है कि आईएएस राम विलास यादव के खिलाफ अप्रैल में विजिलेंस ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मुकदमा दर्ज किया था। पिछले साल सितंबर में विजिलेंस ने जांच रिपोर्ट शासन को भेजी थी। उस वक्त तक उनकी संपत्तियां आय से करीब 547 फीसदी अधिक थीं। मुकदमा दर्ज होने के बाद विजिलेंस ने कई जगह छापे मारे थे। इनमें उनकी पत्नी का स्कूल भी शामिल था। गाजीपुर, लखनऊ और देहरादून में इन संपत्तियों का ब्योरा जुटाया गया था।

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