नैनीताल
शहीद सम्मान यात्राः मंत्री पर भड़कीं शहीद की पत्नी, बोलीं- जब हुआ था अत्याचार, तब कहां थी सरकार?
हल्द्वानी: उत्तराखंड में बीजेपी जहां एक और शहीद सम्मान यात्रा का आयोजन कर रही है। विपक्ष इसे चुनावी प्रचार बता रहा है। कुछ लोग इसे सराह रहे है तो कुछ इसका विरोध कर रहे है। शहीद के परिवार के मिट्टी देने से इंकार करने का मामला अभी थमा ही था कि अब रामलीला मैदान में आयोजित शहीद सम्मान यात्रा कार्यक्रम के दौरानगो अशोक चक्र विजेता शहीद मोहन नाथ स्वामी की पत्नी भावना गोस्वामी मंत्री गणेश जोशी पर भड़क गईं और कई सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इस सम्मान क्या फायदा, जहां पिछले 6 सालों से उनको नौकरी नहीं मिल पाई है। जब उन पर अत्याचार हुए तो सरकार कहा थी।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार भावना गोस्वामी ने कहा जिस समय उनके पति शहीद हुए थे, उस समय सरकार ने उनके नाम पर स्कूल, स्टेडियम और सड़क बनाने की घोषणा की थी। साथ ही उनको सरकारी नौकरी देने की भी बात कही गई थी, लेकिन 6 साल बाद भी उनको नौकरी नहीं दी गई। भावना गोस्वामी के नौकरी नहीं दिए जाने के सवाल पर सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा यह और उनके परिवार का आपसी मामला है। उनकी सास और उनमें आपसी विवाद चल रहा है। जिसके चलते थोड़ी लेट हुआ है। भावना गोस्वामी की नौकरी की करवाई कि कागजात आगे बढ़ाई गई है।
मंत्री का जवाब सुन भड़की भावना ने मंत्री पर ही सवाल उठा दिए। उन्होंने कहा कि उनके परिवार का विवाद मीडिया के सामने बोलना शोभा नहीं देता। हमारे परिवार का विवाद मंत्री के कानों में किसने डाली है। सभी परिवार में थोड़ा बहुत चलता रहता है। भावना गोस्वामी ने आरोप लगाया कि जिस समय उनके पति की मौत हुई थी, उसके छह महीने बाद उनके ससुराल वालों ने मारपीट कर उनको निकाल दिया था। उस दौरान उन्होंने अपनी बच्ची के साथ स्टेशन पर अपना समय बिताया। जिस समय उनके साथ अत्याचार हुआ। उस दौरान सरकार, उनके मंत्री और जनता कहां थी? भावना गोस्वामी का कहना है कि यह उनके परिवार का आपसी विवाद है। जब मंत्री ने मीडिया के सामने उनकी परिवार की बात को सामने रख दी है तो अब उनकी पीड़ा सामने आई है।
.
लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 पहाड़ी खबरनामा के वाट्सऐप ग्रुप से जुड़ें
👉 पहाड़ी खबरनामा के फेसबुक पेज़ को लाइक करें