उत्तराखंड
Good News: अब यमुनोत्री धाम का घंटो का सफर होगा मिनटो में, जानें हाइटेक प्रोजेक्ट की खासियत…
देश-दुनिया से आने वाले तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों को बेहतर सुविधा देने के लिए तेजी से काम हो रहे है। इसी कड़ी में अब एक हाइटेक प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है। आने वाले समय में श्रद्धालुओं व पर्यटकों के लिए यमुनोत्री पहुंचना आसान हो जाएगा। प्रदेश के जानकी चट्टी (खरसाली) से यमुनोत्री धाम तक बनने वाले रोपवे के लिए अनुबंध हो गया है। 3.38 किलोमीटर लंबाई का यह रोपवे मोनो-केबल डिटैच्चेबल प्रकार का होगा।
बताया जा रहा है कि यमुनोत्री रोपवे परियोजना से अब अधिक से अधिक श्रद्धालु मात्र 15 से 20 मिनट के भीतर माँ यमुनोत्री देवी के दर्शन एवं आशीर्वाद प्राप्त कर सकेगे। इसके साथ ही प्रदूषण मुक्त प्राकृतिक एवं दर्शनीय हिमालय की अलौकिक पर्वत शृंखलाओं के सौंदर्य से भरे यात्रा का आनंद उठा पाएँगे”।इस रोपवे का निर्माण यूरोपीय मानको के अनुसार फ्रांस और स्विट्जरलैंड की तर्ज पर किया जायेगा। इस रोपवे की यात्री क्षमता एक घंटे में लगभग 500 पर्यटकों को ले जाने की होगी। रोपवे के एक कोच की क्षमता आठ यात्रियों की है। इस प्रोजेक्ट को पर्यटन विभाग द्वारा पीपीपी मोड पर निर्मित किया जाना है।
बताया जा रहा है कि 166.82 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले रोपवे का लोअर टर्मिनल खरसाली में 1.787 हेक्टयेर भूमि पर बनाया जाएगा, जबकि अपर टर्मिनल 0.99 हेक्टेयर भूमि पर बनाया जायेगा। इस रोपवे के बनने से विश्व प्रसिद्ध चार धामों में प्रमुख यमुनोत्री धाम अपने शीतकालीन स्थल खरसाली से सीधे तौर पर जुड़ जाएगा। इस रोपवे परियोजना से श्रद्धालुओं को विशेष लाभ मिलेगा जिन्हें अब यमुनोत्री धाम पहुँचने के लिए साढ़े पाँच किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई नहीं करनी पड़ेगी। कुछ मिनट में ही श्रद्धालु धाम पहुंच सकेंगे।
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