उत्तराखंड
Uttarakhand News: फिर विवादों में ये विवि, इस आवेदन को किया निरस्त, जानें मामला…
Uttarakhand News: विवादों में घिरे उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय से नया मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि आयुर्वेद विवि के मुख्य परिसर हर्रावाला में पंचकर्म विभाग में कार्यरत एसोसिएट प्रोफेसर डॉ . आलोक कुमार श्रीवास्तव के प्रोफेसर पद पर व्यक्तिक पदोन्नति के आवेदन को निरस्त कर दिया गया है। कोर्ट ने विवि को इस प्रकरण का निस्तारण करने के आदेश दिए थे ।
मिली जानकारी के अनुसार ताजा मामला उच्च न्यायालय, नैनीताल में योजित अवमानना वाद संख्या 348 /2022 की सुनवाई में कुलपति द्वारा माननीय उच्च न्यायालय को अवगत कराया कि उनका कुलपति पद का कार्यकाल 03 माह से भी कम रह गया है। वे नियमानुसार कोई भी नीतिगत निर्णय नहीं ले सकते।
इसके विपरीत कुलपति के अनुमोदन से प्रभारी कुलसचिव डॉ अनूप कुमार गक्खड़ द्वारा डॉ आलोक कुमार श्रीवास्तव की पदोन्नति हेतु प्राप्त आवेदन/ प्रत्यावेदन के आदेश को निरस्त कर दिया गया है। इससे स्पष्ट होता है विश्वविद्यालय में मनमानी चल रही है एवं साथ ही नियमों का मखौल उड़ाया जा रहा है इसका ताजा उदाहरण विश्वविद्यालय के दो कर्मियों के विरुद्ध जांच उन लोगों से कराई जा रही है जो पहले से ही विवादित रहे हैं।
वहीं दूसरे घटनाक्रम में संविदा कर्मी डॉ० संजय गुप्ता जिसे पूर्व में रामजी शरण शर्मा तत्कालीन कुलसचिव द्वारा विश्वविद्यालय से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था उसे अवैध रूप से डॉ० सुनील जोशी द्वारा उप कुल सचिव के पद पर नियुक्त करते हुए भ्रष्टाचार की सारी सीमाएं लांघ दी है, हद तो तब हो गई जब कुलपति द्वारा उन्हें प्रोफेसर के पद पर अवैध रूप से विनियमित किए जाने के संबंध में परिसर निदेशक ऋषिकुल से प्रस्ताव प्राप्त किया है।
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