उत्तराखंड
Breaking: उत्तराखंड संजीवनी अस्पताल के डॉक्टर की जम्मू में होगी ढूंढ, केंद्रीय राज्य मंत्री की हुई वार्ता…
दिल्ली। केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने जम्मू कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा को फ़ोन पर बात करके हल्द्वानी के संजीवनी हॉस्पिटल के संचालक डॉ महेश कुमार की खोजबीन में तेजी लाने का आग्रह किया। साथी उन्हें पत्र मेल भी किया है।
केंद्रीय मंत्री भट्ट ने जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सिन्हा से वार्ता करते हुए अवगत कराया है कि पुलवामा क्षेत्र में लकड़ी का पुल टूटने से वहां घूमने गए हल्द्वानी के संजीवनी हॉस्पिटल के डॉक्टर महेश कुमार तरशर झील में डूब गए हैं। पिछले 8 दिनों से उनका कुछ पता नहीं चल पाया। डॉ महेश कुमार की पत्नी और पुत्री अभी भी पुलवामा पुलिस स्टेशन क्षेत्र जम्मू कश्मीर में उनके आने का इंतजार कर रहे हैं।
क्या है पूरा मामला
दरअसल डा. महेश कुमार 18 जून को हल्द्वानी से अपने साथियों के साथ ट्रैकिंग के लिए जम्मू कश्मीर की तारसर झील क्षेत्र में पहुंचे थे। उनके साथ तीन टूरिस्ट गाइड व 14 अन्य लोग भी थे। वहां तीन दिनों तक लगातार भारी बारिश के कारण दल ऊपर फंस गया। बारिश के कारण झील का जलस्तर बढ़ने से तारसर झील पर बने पैदल पुल का हिस्सा अचानक ढह गया। जिससे डा. महेश और गांदरबल के डा. शकील अहमद झील में डूब गए। मामले में पहलगाम के तहसीलदार मोहम्मद हुसैन ने बताया कि डा. महेश व डा. शकील झील में डूब गए हैं। अभी तक उनका कुछ पता नहीं चल पाया है।
डॉ0 की बेटी से सांसद भट्ट ने की बात
सांसद भट्ट ने डॉ महेश की पुत्री मालविका से फ़ोन पर बात करते हुए कहा कि इस दुख और संकट की घड़ी में वह परिवार के साथ खड़े हैं। उन्होंने डॉ महेश की पत्नी और पुत्री को वापस घर लौटने का आग्रह किया उन्होंने कहा कि जैसे ही डॉ महेश की जानकारी प्राप्त होगी तो वह तत्काल उन्हें अवगत कराएंगे।
पुलिस प्रशासन खोजबीन में जुटा- राज्यपाल मनोज सिन्हा
राज्य मंत्री भट्ट को फ़ोन पर राज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा भी बताया गया कि जम्मू कश्मीर घूमने आए डॉक्टर महेश कुमार को एनडीआरएफ मॉनिटरिंग इंस्टिट्यूट स्थानीय प्रशासन व पुलिस प्रशासन खोजबीन कर रहा है। और उनके लिए लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। राज्यपाल द्वारा केंद्रीय मंत्री अजय भट्ट को आश्वस्त किया गया है कि जैसे ही कोई जानकारी मिलेगी उन्हें तत्काल सूचित किया जाएगा।
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