उत्तराखंड
एक ही फंदे पर लटके मिले मां-बेटी के शव; दोनों की कहानी जान हर कोई भावुक
हरिद्वार: मां-बेटी की आत्महत्या ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया। हृदयविदारक घटना में सुसाइड नोट न मिलने के कारण आत्महत्या के पीछे की असली वजह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाई है। लेकिन स्वजनों और पड़ोसियों के बयानों से जो तस्वीर सामने आई है, वह बेहद दर्दनाक है। इस घटना से सभी लोग भावुक दिखे।
पता चला है कि मां-बेटी के बीच गहरा लगाव था। बेटी पिछले काफी समय से गंभीर बीमारी से जूझ रही थी, जिससे वह उबर नहीं पा रही थी। इस कारण मां लगातार चिंता और दुख के साए में जी रही थी।
प्रारंभिक जांच के आधार पर पुलिस का मानना है कि बेटी की पीड़ा से व्यथित मां ने संभवतः उसे इस कष्ट से मुक्त कराने और उसकी हालत के सदमे में खुद भी जीवन समाप्त करने का कठोर निर्णय लिया। यह आत्महत्या अचानक नहीं हुई थी, बल्कि ऐसा प्रतीत होता है कि मां-बेटी काफी समय से घुटन और मानसिक तनाव झेल रही थीं। भले ही उन्होंने आत्महत्या का कदम बुधवार को उठाया, लेकिन उनकी मानसिक स्थिति पर यह बोझ लंबे समय से हावी रहा होगा।

लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 पहाड़ी खबरनामा के वाट्सऐप ग्रुप से जुड़ें
👉 पहाड़ी खबरनामा के फेसबुक पेज़ को लाइक करें
Latest News -
चमोली में बादल फटने से 33 मकानों पर असर, 14 लोग लापता
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मसूरी रोड एवं किमाड़ी क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया
मुख्यमंत्री ने चमोली नंदानगर क्षेत्र के आपदा प्रभावित गांवों में बचाव एवं राहत कार्यों पर जानकारी ली
राजभवन में अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 के उपलक्ष्य पर आयोजित ‘सहकारिता में सहकार’ कार्यक्रम आयोजित हुआ
नरेंद्र मोदी जी के 75वें जन्मदिन के अवसर पर भाजपा महानगर देहरादून द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर
