उत्तराखंड
राजनीति: जानिए अपनी ही पार्टी के किस नेता को कह गए त्रिवेंद्र,गधा जो होता है ना वो ढैंचा-ढैंचा करता है…
देहरादून: उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी सरगर्मियां तेज हो गई है। आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। बीजेपी में रार देखने को मिल रही है। बीजेपी नेता अपनी ही पार्टी के खिलाफ खड़े दिख रहे हैं। नेताओं के ऐसे ऐसे बयान सामने आ रहे हैं जो पार्टी को शर्मसार कर रहे हैं। जहां हरक ने त्रिवेंद्र को लेकर बड़ा खुलासा किया था तो वहीं अब त्रिवेंद्र ने हरक को गधे की संज्ञा दे दी है। हरक सिंह रावत द्वारा ढैंचा बीज घोटाले का मुद्दा उठाने के सवाल पर तीखा कटाक्ष करते हुए पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि “अब हमारे यहाँ बोलते हैं कि गधा जो होता है ना वो ढैंचा-ढैंचा करता है।” उनका ये वीडियो सोशल मीडिया पर तो जमकर वायरल हो रहा है। वहीं सियासी गलियारों में भी चर्चा का विषय बन गया है।
आपको बता दें कि हाल ही में हरक सिंह रावत ने ढेंचा बीज घोटाले का जिन्न निकलते हुए कहा था कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में हरीश रावत इससे पहले बीजेपी सरकार में कृषि मंत्री रहे त्रिवेंद्र रावत को ढेंचा बीज घोटाले के लिए जेल भेजना चाहते थे। हरक ने कहा कि उन्होंने त्रिवेंद्र के समर्थन में दो पेज की नोटिंग की थी। जिसके चलते वो जेल जाने से बच गए। उन्होंने कहा कि तब हरीश रावत ने कहा था कि तुम सांप को दूध पिला रहे हो। मंत्री हरक सिंह ने कहा कि यदि तब त्रिवेंद्र जेल गए होते तो 2017 में वो सीएम भी नहीं बन पाते। उन्होंने कहा कि अब मेरे पास खोने के लिए कुछ नहीं है, इसलिए मैं यह खुलासा कर रहा हूं।
अब हरक के इसी बयान पर पलटवार करते हुए त्रिवेंद्र ने उन्हें गधे की संज्ञा दे दी है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बातों बातों में कहा कि “अब हमारे यहाँ बोलते हैं कि गधा जो होता है ना वो ढैंचा-ढैंचा करता है।” जिस तरह से विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी में अंदरूनी खटास देखने को मिल रही हैं वो कही न कही पार्टी के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है। हरक ,त्रिवेंद्र, भगत हो या विधायक काऊ , विनोद चमोली सबकी गतिविधियों से पार्टी असहज महसूस कर रही है।
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