उत्तराखंड
जंगलचट्टी हादसे में प्रशासन की मुस्तैदी से बची जानें, रेस्क्यू ऑपरेशन में दिखाई तत्परता
श्री केदारनाथ धाम की पैदल यात्रा के दौरान बुधवार प्रातः जंगलचट्टी के पास एक अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी, जब अचानक पहाड़ी से मलबा और पत्थर गिरने से डंडी-कंडी संचालक और यात्री इसकी चपेट में आ गए। हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अमले ने साहसिक और त्वरित रेस्क्यू अभियान चलाकर लोगों की जान बचाई।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने जानकारी देते हुए बताया कि घटना लगभग 11:20 बजे जंगलचट्टी गधेरे के पास घटी, जहां मलबा गिरने से कुछ लोग नीचे खाई में जा गिरे। सूचना मिलते ही एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और डीडीआरएफ की टीमें सक्रिय हो गईं और संयुक्त रूप से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।
रेस्क्यू टीमों ने कुशलता से घायलों को खाई से बाहर निकालकर प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें तत्काल गौरीकुंड अस्पताल भिजवाया। तीन घायलों में एक महिला को हल्की चोटें और दो पुरुषों को गंभीर चोटें आई हैं। प्रशासन ने घायलों के उचित इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित की है। दुर्भाग्यवश, दो डंडी कंडी संचालको की इस हादसे में मृत्यु हो गई,
घायलों का विवरण
1. संदीप कुमार (22 वर्ष), निवासी जम्मू-कश्मीर (पालकी मजदूर) – दोनों पैरों व कमर में चोटें।
2. नितिन मन्हास (16 वर्ष), निवासी जम्मू-कश्मीर (पालकी मज़दूर) – दाहिने हाथ पर खरोंच।
3. आकाश चितरिया (40 वर्ष), निवासी गुजरात (यात्री) – चोटों का इलाज जारी।
मृतकों की जानकारी
1. नितिन कुमार, निवासी जम्मू-कश्मीर (पालकी मजदूर)
2. चंद्रशेखर, निवासी जम्मू-कश्मीर (पालकी मजदूर)

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