हरिद्वार
हर आंख हुई नम: उत्तराखंड का वीर सपूत पंचतत्व में विलीन, 21 तोपो की सलामी के साथ भारत माता के जयकारों से गूंजा मोक्ष धाम…
हरिद्वारः टिहरी का वीर सपूत शहीद हवलदार जगेंद्र सिंह चौहान पंचतत्व में वीलिन हो गए है। जगेंद्र का आज नमामि गंगे घाट स्थित मोक्ष धाम में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। सेना ने वीर सपूत के सम्मान में 21 गोलियों की सलामी दी तो वहीं,इस दौरान पूरा मोक्ष धाम भारत माता के जयकारों से गूंज उठा। शहीद बेटे को विदा करते समय पिता फफक-फफक कर रो पड़े। जवान की अंतिम विदाई में हर आंख नम नजर आई।
आपको बता दें कि जगेंद्र सिंह चौहान 2007 से देहरादून से सटे कान्हरवाला भानियावाला में निवास कर रहे थे। हवलदार जगेंद्र सिंह चौहान आज 25 फरवरी को ही छुट्टी लेकर घर आने वाले थे। लेकिन इससे पूर्व ही ड्यूटी के दौरान हादसे में उनका निधन हो गया। उसके बाद मौसम खराबी के चलते बुधवार को उनका पार्थिव शरीर नहीं पहुंच सका। कल देर शाम उनका पार्थिव शरीर रुड़की एमएच पहुंचा। आज सुबह 25 फरवरी को ही उनका पार्थिव शरीर घर पहुंचा।जहां उनके अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। इस दौरान पूरा माहौल गमगीन हो गया। इस मौके पर सैकड़ों की संख्या में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। उसके बाद उनके पार्थिव शरीर को हरिद्वार के नमामि गंगे घाट स्थित मोक्ष धाम लाया गया। इसके पश्चात हरिद्वार गंगा तट पर उनका अंतिम संस्कार सैन्य सम्मान के साथ किया गया।
गौरतलब है कि बीती 20 फरवरी को सियाचिन में तैनात जगेंद्र सिंह चौहान गश्त के दौरान ग्लेशियर की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे। सियाचिन के बेस अस्पताल में 21 फरवरी की रात उनका निधन हो गया था। जगेंद्र सिंह चौहान 325 लाइट एडी बटालियन में हवलदार थे। जवान की शहादत की खबर से प्रदेश में शोक की लहर थी। उनका जन्म साल 1987 में टिहरी के भनस्वाडी में हुआ था। इस समय उनका परिवार भानियावाला के कान्हार वाला में रहता है।
लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 पहाड़ी खबरनामा के वाट्सऐप ग्रुप से जुड़ें
👉 पहाड़ी खबरनामा के फेसबुक पेज़ को लाइक करें