उत्तराखंड
Big News: यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के बच्चों के लिए एक्शन में सरकार, जारी किया टोल फ्री नंबर सहित ये बड़ा आदेश…
देहरादून: रूस और यूक्रेन के बीच जंग का आगाज़ हो गया है। यूक्रेन में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों के दिल बंकर के सहारे धड़क रहे हैं। आतंक की खौफनाक आपबीती छात्र सुना रहे हैं। हालातों को देख छात्रों के परिजनों की सांसें भी अटकी हुई हैं। वे लगातार फोन पर बातचीत कर हालचाल ले रहे हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से छात्रों की सुरक्षित घर वापसी की गुहार लगाई है। फंसे छात्रों का कहना है कि सरकार ने बंकर बनाकर दिए हैं और कहा है कि हालात बिगड़ने पर इनमें छिप जाएं। जहां एक ओर इन लोगों के स्वजन उनकी वापसी को लेकर चिंतित हैं तो वहीं अब उत्तराखंड शासन की ओर से भी सभी जिलाधिकारियों के लिए आदेश जारी किए गए हैं।
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध होने से उत्तराखंड के लोग भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं। ऐसे में प्रमुख सचिव गृह आरके सुधांशु ने सभी जिलाधिकारियों और एसएसपी को निर्देश दिए हैं। उन्होंने इन अधिकारियों से अपने जिलों से यूक्रेन में फंसे व्यक्तियों की जानकारी एकत्र करने के लिए कहा है। इसके लिए व्यापक प्रचार व प्रसार करने के आदेश भी दिए गए हैं। वहीं यूक्रेन में फंसे लोगों की जानकारी देने के लिए 112 टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध जारी है। पूरी दुनिया की नजर इस घटना पर बनी हुई है। यूक्रेन में दुनिया के कई देशों के लोग फंसे हुए हैं। उत्तराखंड के लोग भी यूक्रेन के कई इलाकों में फंसे हुए हैं।
गौरतलब है कि यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे उत्तराखंड के 30 से 35 बच्चों की सुरक्षा को लेकर परिजन काफी चिंतित हैं। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. परिजनों ने भारत सरकार से बच्चों को सकुशल भारत लाने की मांग की है। इसमें भाजपा शिक्षा प्रकोष्ठ के गढ़वाल मंडल प्रभारी प्रदीप त्यागी ने पूर्व मुख्यमंत्री एवं हरिद्वार सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक से यूक्रेन में फंसी अपनी भांजी की सकुशल वापसी की मांग की है। प्रदीप त्यागी ने बताया कि ऋषिकेश निवासी भांजी तमन्ना त्यागी यूक्रेन से एमबीबीएस कर रही है। रूस के हमले के बाद से माता-पिता और रिश्तेदार उसकी कुशलता को लेकर परेशान हैं। उन्होंने डॉ. निशंक से फोन पर बात कर तमन्ना त्यागी और अन्य छात्रों को सकुशल स्वदेश वापस लाने की मांग की है।
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