उत्तराखंड
झुक रहा भगवान शिव का गोपीनाथ मंदिर, पुरातत्व विभाग से मंदिर को संरक्षण की मांग…
चार धाम यात्रा से जुड़ा और भगवान शिव के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक चमोली जिले में स्थित भगवान गोपीनाथ का मंदिर एक तरफ झुक रहा है। मंदिर के शीर्ष गुंबद पर दरार पड़ रही हैं। जिस कारण मंदिर के अंदर काफी मात्रा में पानी टपक रहा है। गोपीनाथ मंदिर के पुजारी हरीश भट्ट और गोपेश्वर व्यापार सभा के अध्यक्ष अंकोला पुरोहित ने पुरातत्व विभाग से मंदिर को संरक्षण देने की मांग की है।
9वीं और 11वीं शताब्दी के बीच कत्यूरी वंश के शासकों द्वारा किए गए इस मंदिर का इतिहास काफी पुराना है। अति प्राचीन मंदिर की विशेषता यह है कि यहां पर भगवान शंकर की पूजा गोपी रूप में होती है। यहां भगवान शंकर गोपी रूप में श्रृंगार मग्न रहते हैं।
गोपेश्वर स्थित भगवान गोपीनाथ का मंदिर चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ का शीतकालीन गद्दी स्थल है शीतकाल के दौरान जब भगवान रुद्रनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए जाते हैं तब शिव भक्तों को भगवान रुद्रनाथ के दर्शन उनके चल विग्रह के रूप में गोपी नाथ मंदिर में ही होते हैं।

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