देहरादून
Kanwar Yatra 2023: सावन माह के साथ ही कांवड यात्रा की शुरूआत, मंदिरों में उमड़ रहा शिवभक्तों का सैलाब…
चार जुलाई यानी आज से सावन की शुरुआत हो गई है। सावन की शुरूआत होते ही हरिद्वार में कांवड़ यात्रा का आगाज हो गया है। हरिद्वार में गंगा पूजन के साथ कांवड़ मेले का शुभारंभ किया गया है। जिलाधिकारी धीराज सिंह गबर्याल और एसएसपी अजय सिंह ने हरकी पैड़ी पर मां गंगा का पूजन कर दुग्धाभिषेक किया और मेले के निर्विघ्न संपन्न होने की कामना की है। वहीं शिवभक्तों का सैलाब मंदिरों में देखने को मिल रहा है।
बताया जा रहा है कि सावन की शुरुआत से कांवड़ यात्रा भी शुरू हो चुकी है, जो सावन शिवरात्रि तक चलेगी। अधिकमास पड़ने की वजह से इस बार सावन में चार नहीं बल्कि आठ सोमवार का व्रत किया जाएगा, जिससे शिव भक्तों में काफी उत्साह का माहौल है। सावन मास 4 जुलाई से शुरू होकर 31 अगस्त तक चलेगा। वहीं इस दौरान 18 जुलाई से 16 अगस्त तक अधिकमास रहेगा। सावन मास दो महीनों का होने की वजह से भक्तों को ज्यादा शिव की पूजा अर्चना करने का मौका मिलेगा।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार करीब चार दिन से कावड़ियों का हरिद्वार पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था लेकिन पहले ही दिन हरिद्वार में कावड़ियों की भीड़ उमड़ पड़ी। बम-बम भोले का उद्घोष करते हुए हुए लाखों शिवभक्त गंगा जल उठाने के लिए हर की पैड़ी पहुंचे। तो वहीं जिलाधिकारी और एसएसपी सहित शासन/प्रशासन के विभिन्न अधिकारियों ने हरकी पैड़ी पर कांवड़ियों को पेयजल की बोतलें और फलाहार वितरित किए। इस दौरान श्रीगंगा सभा के पदाधिकारी और गंगा अधिकारी मौजूद रहे।
वहीं देहरादून सहित उत्तराखंड भर के शिवालयों में शिव भक्तों की भीड़ है। देहरादून में भी शिव के प्रिय सावन मास के पहले दिन शिवालयों में शिव भक्तों ने जलाभिषेक व दुग्धाभिषेक कर भोलेनाथ की पूजा की। मंगलवार सुबह से ही गढ़ी कैंट स्थित ऐतिहासिक टपकेश्वर महादेव मंदिर में कपाट खुलते ही श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू हुआ। भगवान शिव को बिल्वपत्र, अक्षत, पुष्प अर्पित किया। दूध जल से अभिषेक कर पूजा अर्चना की।
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