देहरादून
विडंबना: शहीद लेफ्टिनेंट कमांडर को अंतिम विदाई देने नहीं पहुंचा कोई भी नेता और अधिकारी, आक्रोश…
देहरादून। उत्तराखंड के सपूत शहीद लेफ्टिनेंट कमांडर अनंत कुकरेती पंचतत्व में विलीन हो चुके हैं। उनके घर में कोहराम मचा हुआ है। किसी को यकीन नही हो रहा किबचपन से ही साहसिक गतिविधि के शौकीन अंनत कैसे दुर्घटना का शिकार हो गए। अंनत वह अक्सर दोस्त और भाइयों के साथ ट्रैक पर जाते थे। वर्ष 2017 में माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली टीम में शामिल रहे। इतना ही नहीं अनंत की टीम ही सबसे पहले चोटी पर पहुंची और तिरंगा फहराया। लेकिन इस बार वह पहाड़ का गुरूर नही तोड़ पाए। माउंट त्रिशूल आरोहण के रास्ते में ही हादसे का शिकार हो गए। लेकिन इस शहीद को अंतिम विदाई देने कोई भी जनप्रतिनिधि और अधिकारी नही पहुँचा। जिसपर काफी रोष जताया गया। जिसके बाद आज विधायक गणेश जोशी शहीद के परिवार की ढाढ़स बंधाने पहुंचे हैं।
बता दें कि शहीद अंनत साल 2017 में 24 लोग की टीम के साथ एवरेस्ट फतह करने गए थे। इस दौरान वह बेस कैंप से चोटी पर एक महीने में ही पहुंच गए। चढ़ाई के दौरान अनंत सबसे आगे थे, इस बीच छोटी-मोटी दुर्घटना भी हुई, लेकिन उन्होंने पूरी टीम को मजबूती दी। उनके दोस्त नम आंखों से बताते हैं की अनंत टीम में सबसे ज्यादा फिट एवं मजाकिया स्वभाव के थे। टीम वर्क एवं फ्रंट फुट पर रहना उनकी पहचान थी। अनंत आखिरी दफा पांच महीने पहले अपनी शादी के लिए ही घर आए थे, दुर्घटना वाले दिन ही उनकी शादी को पांच महीने पूरे हुए थे। उनके अचानक चले जाने से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। वहीं राज्य आंदोलनकारी ने प्रदीप कुकरेती ने शहीद को श्रद्धांजलि न देने पर रोष जताया। उन्होंने कहा कि सरकार और प्रशासन चुनावी तैयारियों में इतना व्यस्त है कि प्रदेश के लाल की अंतिम विदाई पर आने तक का समय नहीं।
उन्होंने कहा कि सैन्य परिवार से होने की बात हर मंच से कहने वाले मुख्यमंत्री, खुद पूर्व सैनिक रह चुके सैन्य कल्याण मंत्री गणेश जोशी, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, स्थानीय विधायक, जिलाधिकारी कोई भी अनंत को श्रद्धांजलि देने नहीं पहुंचे। जिसके बाद मंगलवार को प्रदेश के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी नौसेना के शहीद लेफ्टिनेंट कमाण्डर अनंत कुकरेती के घर पहुंचे और उन्हें पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया। इस अवसर पर उन्होंने शहीद के पिता जेपी कुकरेती, माता मधु कुकरेती एवं पत्नी राधा से मुलाकात कर उनका ढाढ़स बंधाया।
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