देहरादून
क़ानून: ऋषिकेश में देवी देवताओं पर आधारित पुस्तक वितरण के मामले में चार गिरफ़्तार, क्यों, जानिए…
ऋषिकेश: धर्मनगरी ऋषिकेश से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां लोग अब आकर आपसी सौहार्द बिगाड़ने और माहौल खराब करने की कोशिश तक करने लगे है। ऐसा ही मामला ऋषिकेश कोर्ट से सामने आया है। यां एक युवक द्वारा हिंदू देवी देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी वाली पुस्तक बांटी गई है। जिससे लोगों में आक्रोश है। मामले में छानबीन करने पर तीन लोगों के नाम सामने आए। मामले में पुलिस ने वकील आरके जोशी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर पुस्तक बांटने और बनाने वाले चारों युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
बताया जा रहा है कि ऋषिकेश कोर्ट परिसर में एक युवक आया और निशुल्क पुस्तक बांटने लगा, पुस्तक में हिंदू देवी-देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है। इतना ही नहीं जजों पर भी आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है। ये पुस्तक कोर्ट परिसर में मौजूद वकील आरके जोशी ने भी ली। जब उन्होंने पुस्तक खोल कर देखी तो वो हैरान हो गए। उन्होंने पुस्तक बेचने वाले युवक से मामले में पूछताछ की तो पता चला कि पता चला कि ये चार युवक फर्जी बाबा रामपाल के शिष्य है और पुस्तक बांट रहे है। जिसपर फौरन पुलिस को मामले में सूचना दी गई और चारों युवकों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। युवकों से भी जानकारी जुटाई जा रही है।
युवकों ने पूछताछ में बताया कि शेर सिंह खरोला पुत्र उम्मेद सिंह और हरीश चंद्र रमोला पुत्र मंगल सिंह दोनों निवासी वार्ड संख्या नौ राजीव ग्राम ढाल वाला मुनिकीरेती ने यह पुस्तक वितरित करने के लिए कहा था। पुलिस के मुताबिक तहरीर के आधार पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए चारों को गिरफ्तार कर लिया गया।
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