देहरादून
Dehradun News: गढ़वाल राइफल्स के लापता जवान के मासूम बच्चे और पत्नी तक रहे आस, आर्थिक तंगी से जूझ रहा परिवार…
देहरादूनः अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) में भारत-चीन सीमा (Indo-China Border) पर तैनात सेना के जवान प्रकाश राणा का परिवार आज भी इंतजार कर रहा है। जवान का 29 मई से कहीं कुछ पता नहीं चल सका है। देहरादून में पत्नि और बच्चे जवान की कोई सूचना मिल जाए इस आस में बैठे है। तो वहीं सेना ने जवान का वेतन बंद कर पेंशन के कागज तैयार करने कह दिया है। जिससे परिवार के सामने आर्थिक परेशानी आ गई है। जवान के लापता होने पर सीएम सहित कई मंत्री और जनप्रतिनिधि उनके घर पहुंचे थे। लेकिन अब कोई उनके हाल पूछने वाला नहीं है।
मीडिया रिपोर्टस अनुसार भारत- चीन सीमा से लगी ठाकला पोस्ट पर तैनात सातवीं गढ़वाल राइफल्स के दो जवान 29 मई को लापता हो गए थे। जिनमें से एक अंबीवाला निवासी सैनिक नायक प्रकाश राणा थे। राणा का एक दस साल का बेटा अनुज और एक सात की बेटी अनामिका है। उनके नदी मे बहने की सूचना आई थी। लेकिन उनका शव नहीं मिला। ऐसे में प्रकाश राणा की पत्नी इस बात पर विश्वास करने को तैयार नहीं है। उनका कहना है कि जब उनके पति प्रकाश राणा नदी में बह गए और किसी सैनिक के द्वारा उन्हें देखा गया तो इस बात की जानकारी उन्हें 17 दिन बाद क्यों दी गई। पत्नी अपने दोनों बच्चों को लेकर हर रोज इसी आस में है कि शायद उनके पति लौट आएंगे। बच्चें अपने पिता के लौटने का इंतजार कर रहे है।
बताया जा रहा है कि अभी तक सेना की ओर से परिवार को उनके पति का पूरा वेतन दिया जा रहा था। लेकिन, अब सेना ने वेतन देना बंद कर दिया है। बताया कि अब सेना के अफसर पेंशन के कागजात तैयार करने की बात कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि वेतन बंद होने से उनके सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया है। जवान के लापता होने की सूचना पर तमाम जनप्रतिनिधि उनके घर पहुंचे थे। मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक ने वादा किया था कि वह लापता जवान को ढूंढने के लिए सेना के अधिकारियों के साथ बात करेंगे। लेकिन अब सभी जवान और उसके परिवार को भूल चुके हैं। पत्नी अपने बच्चों के साथ परेशान हाल में दिन गिन रही है और आस लगाई है।
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