उत्तराखंड
सीवर प्लांट्स में सुरक्षा मानकों का नहीं रखा गया ख्याल, जिम्मेदार लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा हो दर्ज
चमोली में नमामि गंगे के तहत बने सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में करंट की चपेट में आकर बड़ी संख्या में लोगों का हताहत और घायल होना बेहद दुखद , पीड़ादायक एवं हृदयविदारक है। राज्य सचिव भाकपा (माले) इन्द्रेश मैखुरी ने कहा कि इस दुर्घटना में प्राण गंवाने वालों को श्रद्धांजलि, उनके परिजनों के प्रति संवेदना तथा घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना है।
हमारी मांग है कि राज्य सरकार मृतकों के आश्रितों को एक करोड़ रुपया मुआवजा एवं एक आश्रित को स्थायी सरकारी नौकरी दे. घायलों के इलाज का समस्त खर्च सरकार वहन करे और पचास लाख रुपया मुआवजा दे। प्लांट में दो बार करंट फैलने की उच्च स्तरीय जांच की जानी चाहिए।
रात में ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी की करंट से मौत के बाद सुबह पुनः करंट फैलाने और लोगों का करंट की चपेट में आना अत्यंत गंभीर है। यह दर्शाता है कि नदी किनारे बने इन सीवर प्लांट्स में किसी भी तरह के सुरक्षा मानकों का ख्याल नहीं रखा गया। करंट फैलने के जिम्मेदारों के विरुद्ध लोगों की हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए और समस्त मुआवजा राशि की वसूली होनी चाहिए।
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