देश
धर्म: आज स्कंदमाता पूजा विशेष, शांति और सुख की जननी है स्कंदमाता…
आज चैत्र नवरात्रि का पांचवां दिन है। इस दिन स्कंदमाता की पूजा विशेष रूप से जाती है। स्कंद माता को भगवान कार्तिकेय की माता माना गया है। देवी मां दाएं हाथ के नीचे वाले हाथ में भगवान स्कन्द यानी कार्तिकेय को गोद लिए हुए दिखाई देती हैं। इनके हाथों में कमल का फूल और वरदान देने वाली मुद्रा है। स्कंद माता भक्तों की सभी इच्छाएं पूरी करने वाली मानी गई हैं।
पुराने समय में जब देवताओं और असुरों का युद्ध हुआ था, उस समय कार्तिकेय स्वामी को देवताओं का सेनापति बनाया गया था। शिव जी और पार्वती जी के पुत्र कार्तिकेय का एक नाम स्कंद भी है। स्कंदमाता के चारों ओर सूर्य जैसा तेज दिखाई देता है। स्कंदमाता की उपासना से भगवान स्कंद के बाल स्वरूप की पूजा होती है। देवी का वाहन सिंह है।
स्कंदमाता की पूजा से मिलते हैं ये लाभ
स्कंदमाता की पूजा से भक्त का मन एकाग्र होता है। इनकी पूजा से शांति और सुख मिलती है। ज्ञान में बढ़ोतरी होती है। सभी तरह की बीमारियों और कमजोरियों का अंत होता है।

लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 पहाड़ी खबरनामा के वाट्सऐप ग्रुप से जुड़ें
👉 पहाड़ी खबरनामा के फेसबुक पेज़ को लाइक करें
Latest News -
उत्तराखंड प्रीमियर लीग में भिड़ने को महिला-पुरुष की टीमें, इस दिन से होगी शुरुआत
जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल नितिका खंडेलवाल ने जनता मिलन कार्यक्रम में सुनी लोगों की समस्याएं
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने की शिष्टाचार भेंट
केंद्रीय विद्युत मंत्रालय ने उत्तराखंड राज्य के लिए ₹547.83 करोड़ की महत्वपूर्ण धनराशि स्वीकृत
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एयर इंडिया एक्सप्रेस की देहरादून-बेंगलुरु हवाई सेवा का किया शुभारंभ
