देश
WFH: वर्क फ्रॉम होम को लेकर PM नरेंद्र मोदी ने कही यह बड़ी बात, जानिए…
भारत के विकास में श्रम बल की भूमिका पर बात करते हुए, गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि फ्लेक्सिबल वर्कप्लेस (लचीले कार्यस्थल), वर्क फ्रॉम होम (घर से काम) करने वाला इकोसिस्टम और लचीले काम के घंटे भविष्य की आवश्यकताएं हैं. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के श्रम मंत्रियों के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “अमृत काल में एक विकसित राष्ट्र के निर्माण के भारत के सपनों और आकांक्षाओं को साकार करने में भारत की श्रम शक्ति की बहुत बड़ी भूमिका है, और इसी सोच के साथ देश संगठित और असंगठित क्षेत्र के करोड़ों श्रमिकों के लिए लगातार काम कर रहा है.”
कांफ्रेस के दौरान प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री श्रम-योगी मानधन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना जैसे सरकार के विभिन्न प्रयासों को दोहराया, जिन्होंने श्रमिकों को एक तरह का सुरक्षा कवच दिया है. उन्होंने कहा, ” एक अध्ययन के अनुसार, आपातकालीन क्रेडिट गारंटी योजना ने महामारी के दौरान 1.5 करोड़ नौकरियों को बचाया है. हम देख रहे हैं कि जिस तरह देश ने अपने श्रमिकों को उनकी जरूरत के समय में समर्थन दिया, उसी तरह श्रमिकों ने इस महामारी से उबरने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी है.”
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत एक बार फिर दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बन गया है, इसका बहुत सारा श्रेय श्रमिकों को जाता है. प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि देश का श्रम मंत्रालय अमृत काल में वर्ष 2047 के लिए अपना विजन तैयार कर रहा है.
उन्होंने कहा, “भविष्य में लचीले कार्यस्थलों, घर से काम करने वाले पारिस्थितिकी तंत्र और लचीले काम के घंटों की जरूरत है. हम महिलाओं की श्रम शक्ति भागीदारी के अवसरों के रूप में लचीले कार्यस्थलों जैसी प्रणालियों का उपयोग कर सकते हैं.”
लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 पहाड़ी खबरनामा के वाट्सऐप ग्रुप से जुड़ें
👉 पहाड़ी खबरनामा के फेसबुक पेज़ को लाइक करें