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इंसाफ: “सात फेरे, सात साल और फिर संदिग्ध मौत – क्या किरन की मौत या कत्ल की साजिश?

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इंसाफ: “सात फेरे, सात साल और फिर संदिग्ध मौत – क्या किरन की मौत या कत्ल की साजिश?

देहरादून। उत्तराखंड की शांत वादियों में एक बार फिर रिश्तों ने खून की लकीर खींच दी। टिहरी गढ़वाल की बेटी किरन पूर्वाल की शादी सात फेरों से शुरू होकर आखिरकार एक संदिग्ध मौत पर जाकर खत्म हो गई — और अब पिता इंसाफ के लिए पुलिस से गुहार लगा रहे हैं।

पिता के आरोप -शादी, शगुन और फिर शुरू हुआ ‘कहानी अत्याचार की’

10 जून 2017 — तारीख़, जब ऋषिकेश निवासी महावीर प्रसाद नौटियाल ने बड़ी उम्मीदों के साथ अपनी बेटी किरन की शादी विजय पूर्वाल से की थी। शादी टिहरी के जोशी मार्केट में रीति-रिवाज़ से हुई। लेकिन किसे पता था कि यह रिश्ता ‘सात जन्मों’ की जगह ‘सात साल में ही श्मशान’ की दहलीज पर पहुंच जाएगा।

किरन के मायके वालों के मुताबिक, शादी के बाद से ही पति विजय और उसके घरवाले — जेठ सच्चिदानंद और जेठानी रीना देवी — लगातार किरन को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे। वजह? पैसों की मांग, शराब और ऑनलाइन जुए की लत।

आरोप–“वो रोज़ शराब पीता, गाली देता… और कहता पैसे दो वरना…”

किरन के पिता के अनुसार विजय शराब पीकर रोज बेटी को गालियाँ देता, मारता और मायके से पैसे लाने के लिए दबाव बनाता। यहाँ तक कि उसने ऑनलाइन जुए में हारकर किरन के गहने तक बेच डाले।

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जब इस बारे में किरन के परिजनों ने विजय के परिवार को समझाने की कोशिश की, तो पहले उन्होंने माफी मांगी और दोबारा ऐसा न करने की बात कही। मगर ये वादे महज़ छलावा निकले। उल्टा किरन पर और अत्याचार बढ़ा दिए गए।

आरोप- “पांच साल के बेटे को सिखाया गया कत्ल करना!”

सबसे चौंकाने वाली बात — मृतका के पिता के अनुसार, विजय ने अपने महज़ 5 साल के बेटे को यह सिखाना शुरू कर दिया कि वह अपने नाना और मामा की हत्या कैसे करे! इसका सबूत किरन के परिवार के पास मौजूद है, जिसे समय आने पर पेश किया जाएगा।

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–30 जुलाई 2025: वो आख़िरी कॉल, और एक लाश

दिन था मंगलवार, दोपहर 12:18 पर महावीर प्रसाद को पुलिस का फ़ोन आता है — “आपकी बेटी अब इस दुनिया में नहीं रही।”

जैसे ही परिवार वासुदेव जोशी ब्लॉक, नेहरू कॉलोनी (देहरादून) स्थित किरन के घर पहुंचा — वहां का नज़ारा रूह कंपा देने वाला था। बेटी का शरीर बेड पर पड़ा था, शरीर और हाथों पर चोट के गहरे निशान थे।

मौके पर मौजूद मकान मालिक ने बताया कि सुबह तक किरन नाश्ता बना रही थी और बागवानी कर रही थी। अचानक पति विजय ने शोर मचाया कि किरन ने फांसी लगा ली है। लेकिन सवाल ये कि जब पति घर में ही मौजूद था, तो ये सब कैसे हुआ?

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— “यह आत्महत्या नहीं… ये हत्या है!”

किरन के पिता का आरोप है कि यह सुनियोजित हत्या है, जिसे आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की जा रही है। वह कहते हैं, “हम बेटी की मौत के शोक में थे इसलिए रिपोर्ट नहीं कर पाए, लेकिन अब चुप नहीं बैठेंगे। आरोपी विजय, उसका भाई सच्चिदानंद और भाभी रीना — तीनों को सजा दिलवाकर रहेंगे।”

-पुलिस का जवाब: “जांच जारी है”

वहीं, स्थानीय पुलिस ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच गहराई से की जा रही है और हर एंगल को खंगाला जा रहा है।

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