उत्तराखंड
Uttarakhand News: इन विभागों की महत्वपूर्ण बैठक में ACS ने अधिकारियों को लगाई फटकार, दिए ये निर्देश…
देहरादून में आज पेयजल, आपदा प्रबन्धन, सिंचाई, विद्यालयी शिक्षा एवं शहरी विकास विभाग को सचिव स्तर पर बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने की। उन्होने प्रत्येक माह समीक्षा बैठक करने के साथ ही कार्यवृत अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री को प्रेषित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं की प्रगति की समीक्षा के दौरान घोषणाओं के क्रियान्वयन की अद्यतन आख्या घोषणा पोर्टल पर अपलोड नहीं किये जाने पर नाराजगी व्यक्त की। साथ ही उन्होंने घोषणा नोडल अधिकारियों को घोषणा पोर्टल पर नियमित रूप से अपलोड करने के निर्देश दिए हैं।
एसीएस ने विभागों को विलोपित अथवा हस्तान्तरित की जाने वाली घोषणाओं को अपने स्तर पर लम्बित न रखते हुए इस सम्बन्ध में औचित्यपूर्ण प्रस्ताव मुख्यमंत्री कार्यालय को जल्द से जल्द प्रेषित करने के निर्देश दिए हैं। एसीएस ने पेयजल विभाग को वर्तमान में हैण्डपम्प लगाने की योजनाओं के औचित्य के आधार पर पुनः समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने पेयजल की लंबित योजनाओं की स्थिति को दो सप्ताह की टाइमलाइन के भीतर अद्यतन करने के निर्देश दिए हैं।
एसीएस ने शहरी विकास विभाग को प्रधानमंत्री आवास शहरी योजना पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी विभागों को मुख्यमंत्री की घोषणाओं के क्रियान्वयन को शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने के लिए मिशन मोड पर कार्य करने निर्देश दिए। बैठक में सचिव डॉ. सुरेंद्र नारायण पाण्डेय, अरविन्द सिंह हयांकी, अपर सचिव सविन बंसल, रंजना राजगुरू, नितिन भदौरिया, उप सचिव हीरा सिंह बसेड़ा तथा सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 पहाड़ी खबरनामा के वाट्सऐप ग्रुप से जुड़ें
👉 पहाड़ी खबरनामा के फेसबुक पेज़ को लाइक करें
Latest News -
पौड़ी: धुमाकोट पिपली भवन मार्ग पर पिकअप वाहन हुआ दुर्घटनाग्रस्त, दो व्यक्ति थे सवार…
रुद्रप्रयाग: मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित हुआ जनता मिलन कार्यक्रम
रैल गांव को जल्द मिलेगा सम्पर्क मार्ग और सुरक्षा दीवार का लाभ, सिंचाई विभाग ने तैयार की कार्ययोजना
बागेश्वर: डीएम ने जनता दरबार में सुनीं शिकायतें, अधिकारियों को दिए त्वरित निस्तारण के निर्देश
चारधाम यात्रा के बेहतर प्रबंधन, वनाग्नि को रोकने और पेयजल की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाए- मुख्यमंत्री
