उत्तराखंड
वाहन चालक हो जाएं सावधान, किया ये काम तो भरना पड़ेगा एक लाख रुपए जुर्माना, हो सकती है जेल…
उत्तराखंड में वाहन चालको के लिए काम की खबर है। यदि आपकी बाइक या कार में प्रेशर हॉर्न है तो आपके लिए परेशानी खड़ी होने वाली है। इतना ही नहीं अगर आप गाडिय़ों में प्रेशर हॉर्न लगाते है, बनाते है , बेचते है या बजाते है तो आप पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है। जी हां इसके लिए प्रशासन सख्त हो गया है। इसके लिए एक लाख रुपए जुर्माना और जेल भी जाना पड़ सकता है।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार परिवहन विभाग अब प्रेशर हॉर्न बेचने और बनाने वाले कंपनियों के खिलाफ भी कार्रवाई करने जा रहा है। बताया जा रहा है कि उत्तराखंड हाईकोर्ट के आदेश और परिवहन एक्ट के तहत ये कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। नए परिवहन एक्ट के तहत परिवहन विभाग अब प्रेशर हार्न बनाने वाली कंपनियों और बेचने वाले दुकानदारों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई करने जा रहा है। जिसके तहत एक लाख का जुर्माना और छह माह की कैद तक हो सकती है।
बताया जा रहा है कि अभी तक परिवहन विभाग वाहनों में प्रेशर हॉर्न लगाने पर केवल कार्रवाई करता था, लेकिन अब प्रेशर हॉर्न बेचने और बनाने वाले कंपनियों के खिलाफ भी एक्शन लेगा। जो भी डीलर या दुकानदार वाहनों में प्रेशर हॉर्न या मॉडिफाइड साइलेंसर लगाता या बेचता हुआ पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जिसकी कवायद शुरू की गई है।
गौरतलब है कि छोटे-बड़े वाहनों में लग रहा प्रेशर हार्न से लोगों को परेशानी हो रही है। इतना ही नहीं तेज ध्वनि के हार्न से लोग सड़क दुर्घटना का भी शिकार हो जा रहे हैं। हृदय रोगियों के लिए तेज आवाज वाले हार्न मुसिबत बनते जा रहे हैं। हर तरफ यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। ऐसे में अब मोटर वाहन अधिनियम के तहत प्रेशर हॉर्न का प्रयोग करने वाले वाहनों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 पहाड़ी खबरनामा के वाट्सऐप ग्रुप से जुड़ें
👉 पहाड़ी खबरनामा के फेसबुक पेज़ को लाइक करें
Latest News -
मुख्यमंत्री ने ‘द ग्रेट हिमालयन रेस्क्यू’ डॉक्यूमेंट्री के टीज़र और पोस्टर का किया विमोचन…
सीएम धामी मैदान में: जन-जन तक सरकार, हर न्याय पंचायत में समाधान शिविर…
जन-जन की सरकार, जन-जन के द्वार: क्वांसी से ‘प्रशासन गांव की ओर’ अभियान का शुभारंभ
स्वरोजगार के माध्यम से आत्मनिर्भर उत्तराखंड का निर्माण हमारा संकल्प – मुख्यमंत्री
“ग्राम सभा के ऐतिहासिक फैसले: प्रकृति संरक्षण से नशा-निरोध तक बदलेगी गांव की तस्वीर”

















Subscribe Our channel




