उत्तराखंड
BREAKING: शासन का बड़ा फैसला, उत्तराखंड PCS परीक्षा का नहीं बदलेगा पैर्टन, ऐसे होगा एग्जाम…
उत्तराखंड में पीसीएस परीक्षा को लेकर बड़ा अपडेट आ रहा है। बताया जा रहा है कि युवाओं के विरोध के बाद शासन ने पीसीएस परीक्षा का पैटर्न नहीं बदलने का फैसला लिया है। शासन ने उत्तराखंड लोक सेवा आयोग के यूपीएससी पैटर्न लागू करने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। आगामी परीक्षा अब पुराने पैटर्न से ही कराई जाएगी।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार आयोग ने शासन को प्रस्ताव भेजा था कि राज्य के युवाओं के हित में पीसीएस परीक्षा में यूपीएससी का सिविल सेवा परीक्षा पैटर्न लागू किया जाए। इस पीसीएस परीक्षा पैटर्न को लेकर आयोग और शासन के अधिकारियों के बीच कई दौर की बैठक हुई। लेकिन इस पैटर्न को लेकर प्रदेशभर से मिलीजुली प्रतिक्रियाएं आईं। जिस पर शासन ने अब बड़ा फैसला लिया है।
बताया जा रहा है कि अब शासन ने तय किया है कि पीसीएस परीक्षा में फिलहाल पुराना पैटर्न ही लागू रहेगा। आगामी पीसीएस परीक्षा उसी पैटर्न पर होगी। इसमें किसी तरह का बदलाव स्वीकार नहीं किया गया है। इस संबंध में सचिव उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को शासनादेश भेज दिया है।
गौरतलब है कि पीसीएस प्री परीक्षा में 150 अंकों का सामान्य अध्ययन और 150 अंकों का सामान्य बुद्धिमत्ता परीक्षा होती है। जबकि पीसीएस मुख्य परीक्षा में सात पेपर होते हैं। पहला भाषा का 300 अंकों का पेपर, दूसरा भारत का इतिहास, राष्ट्रीय आंदोलन, समाज एवं संस्कृति का 200 अंकों का पेपर तीसरा भारतीय राजव्यवस्था, सामाजिक न्याय एवं अंतरराष्ट्रीय संबंध का 200 अंकों का पेपर होता है।
वहीं बताया जा रहा है कि चौथा भारत एवं विश्व भूगोल का 200 अंकों का पेपर, पांचवां आर्थिक एवं सामाजिक विकास का 200 अंकों का पेपर, छठा सामान्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का 200 अंकों का पेपर और सातवां सामान्य अभिरुचि एवं आचार शास्त्र का 200 अंकों का पेपर हैं। पीसीएस परीक्षा में भाषा के पेपर में कम से कम 35 अंक लाने जरूरी हैं।

लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 पहाड़ी खबरनामा के वाट्सऐप ग्रुप से जुड़ें
👉 पहाड़ी खबरनामा के फेसबुक पेज़ को लाइक करें
Latest News -
मुख्यमंत्री ने ‘द ग्रेट हिमालयन रेस्क्यू’ डॉक्यूमेंट्री के टीज़र और पोस्टर का किया विमोचन…
सीएम धामी मैदान में: जन-जन तक सरकार, हर न्याय पंचायत में समाधान शिविर…
जन-जन की सरकार, जन-जन के द्वार: क्वांसी से ‘प्रशासन गांव की ओर’ अभियान का शुभारंभ
स्वरोजगार के माध्यम से आत्मनिर्भर उत्तराखंड का निर्माण हमारा संकल्प – मुख्यमंत्री
“ग्राम सभा के ऐतिहासिक फैसले: प्रकृति संरक्षण से नशा-निरोध तक बदलेगी गांव की तस्वीर”

















Subscribe Our channel




