उत्तराखंड
उत्तराखंड: इन अधिकारियों एवं कर्मचारियों को मिला मुख्यमंत्री उत्कृष्टता एवं सुशासन पुरस्कार, देखिए लिस्ट…
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुशासन दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में सराहनीय कार्य करने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों को मुख्यमंत्री उत्कृष्टता एवं सुशासन पुरस्कार से सम्मानित किया। उन्होंने पुरस्कार प्राप्त करने वाले सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि सभी अधिकारी एवं कर्मचारी आगे भी इसी मनोयोग से कार्य करते रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की पुण्य स्मृति में मनाये जाने वाले “सुशासन दिवस“ की सभी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि भारतीय राजनीति के शलाका पुरुष, ओजस्वी कवि, प्रखर वक्ता, उत्तराखंड के निर्माता, भारत रत्न श्रद्धेय, स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने अपना सम्पूर्ण जीवन जन सेवा के लिए समर्पित किया।
प्रधानमंत्री के रूप में हो या एक व्यक्ति के रूप में हो, श्रद्धेय स्व. अटल जी का संपूर्ण जीवन, राजनीतिक या सामाजिक क्षेत्र में कार्य करने वाले लोगों के लिए ही नहीं अपितु समस्त देशवासियों के लिए भी एक प्रेरणा का स्रोत हैं। वे सच्चे अर्थों में भारतीय राजनीति में अजातशत्रु थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के आधारभूत संरचना के सुदृढ़ीकरण की बात हो या प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना जैसी दूरगामी सोच वाली परियोजना की बात हो या फिर परमाणु परीक्षण जैसे साहसी कदम की बात हो, अटल जी ने देश के विकास के लिए अलग लकीर खींचने का काम किया। अटल जी के नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार ने भारत में विकास की चेतना को जागृत कर अभूतपूर्व कार्य किये।
सुशासन, सामाजिक सशक्तिकरण और समरसता अटल जी का जीवन दर्शन था। अटल जी अन्त्योदय के दर्शन को कार्यरूप देने में विश्वास रखते थे, वे हमेशा समाज के गरीब और वंचित वर्ग के लिए चिंतित व सक्रिय रहते थे। राष्ट्रधर्म को वाजपेयी जी ने हमेशा दलगत राजनीति से ऊपर रखा। समानता और सामाजिक समरसता के प्रति वह सदा तन-मन-धन से समर्पित थे। उन्होंने कहा कि अटल जी के नेतृत्व वाली सरकार ने ही उत्तराखंड राज्य की स्थापना कर हम सभी के सपने को साकार करने का काम किया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड तेजी से प्रगति के पथ पर अग्रसर हैं। केन्द्र सरकार से हर क्षेत्र में उत्तराखण्ड को पूरा सहयोग मिल रहा है। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार एक भारत, श्रेष्ठ भारत की संकल्पना को सार्थक करने हेतु उत्तराखंड को एक सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए संकल्पबद्ध है।
राज्य सरकार वर्ष 2025 तक उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने की दिशा में “विकल्प रहित संकल्प“ को लेकर निरंतर कार्य कर रही है। इस संकल्प को पूर्ण करने के लिए सरकार के साथ-साथ समस्त प्रदेशवासियों को अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री उत्कृष्टता एवं सुशासन पुरस्कार 2021-22 से
ऊषा तथा म0कान्स0 35 ना०पु० नन्दी शामिल है।
उत्तराखण्ड सचिवालय, विधानसभा सचिवालय, उत्तराखण्ड राज्यपाल सचिवालय श्रेणी- तृतीय के तहत श्री आशीष कुमार मिश्रा अनुभाग अधिकारी, उत्तराखण्ड सचिवालय तथा सुश्री रंजना, समीक्षा अधिकारी, उत्तराखण्ड सचिवालय देहरादून को पुरस्कार प्रदान किया गया।
मुख्यमंत्री उत्कृष्टता एवं सुशासन पुरस्कार 2020-21 से
व्यक्तिगत श्रेणी-1 में 06 लोगों को मुख्यमंत्री उत्कृष्टता एवं सुशासन पुरस्कार 2020-21 से सम्मानित किया गया। जिसमें मयूर दीक्षित, तत्कालीन जिलाधिकारी, उत्तरकाशी, सुश्री युक्ता मिश्र, तत्कालीन उपजिलाधिकारी, नरेन्द्रनगर, टिहरी गढ़वाल कार्यालय उपजिलाधिकारी / परगना मजिस्ट्रेट नरेन्द्रनगर, प्रोफेसर कमल किशोर पाण्डे, प्राचार्य, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, रूद्रपुर, डॉ० अनिता तोमर, प्रोफेसर राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, माल देवता, रायपुर, देहरादून, श्री पंकज कुमार उप्रेती, असिस्टेंट प्रोफेसर राजकीय महाविद्यालय, टनकपुर, चम्पावत, सुश्री विमी जोशी, सहायक परियोजना निदेशक, चम्पावत / प्रादेशिक विकास सेवा, जिला ग्राम्य विकास अभिकरण, चम्पावत शामिल हैं।
श्रेणी- तृतीय के तहत शासन/विधान सभा /राजभवन के अन्तर्गत सुश्री रंजना, समीक्षा अधिकारी उत्तराखण्ड सचिवालय, देहरादून को पुरस्कार प्रदान किया गया।
सामूहिक श्रेणी में 07 पुरस्कार प्रदान किये गये जिनमें श्री शैलेश बगौली (ग्रुप लीडर), तत्कालीन सचिव, शहरी विकास विभाग, टीम के सदस्य श्री विनोद कुमार सुमन, तत्कालीन सचिव (प्रभारी), शहरी विकास विभाग, श्री ललित मोहन रयाल, तत्कालीन निदेशक, श्री अशोक कुमार पाण्डेय अपर निदेशक शामिल हैं। दूसरा पुरस्कार श्री शैलेश बगौली (ग्रुप लीडर) तत्कालीन सचिव शहरी विकास विभाग (नगर निकाय सम्पत्ति कर प्रणाली, जी०आई०एस० मैचिंग द्वारा डिजिटलाइज किये जाने विषयक कार्य हेतु) टीम के सदस्य में श्री विनोद कुमार सुमन, तत्कालीन सचिव (प्रभारी), श्री ललित मोहन रयाल, तत्कालीन निदेशक, श्री अशोक कुमार पाण्डेय, अपर निदेशक, श्री कमलेश मेहता, तत्कालीन संयुक्त निदेशक, श्री रवि पाण्डेय, अधीक्षण अभियन्ता शामिल हैं। तृतीय पुरस्कार श्रीमती सोनिका (तत्कालीन मिशन निदेशक/राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) (ग्रुप लीडर) टीम के सदस्य में डॉ सरोज नैथानी, निदेशक एन.एच.एम. शामिल हैं। चौथा पुरस्कार श्रीमती ईवा आशीष श्रीवास्तव (ग्रुप लीडर) तत्कालीन जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल टीम के सदस्य में श्री अभिषेक रूहेला, तत्कालीन मुख्य विकास अधिकारी, श्री जेपी तिवारी मुख्य कृषि अधिकारी श्री सुनील कुमार, जिला विकास अधिकारी, श्री सोमाश कुमार गुप्ता, कृषि एवं भूमि संरक्षण, नरेन्द्रनगर, श्री आनन्द सिंह भाकूनी, परियोजना निदेशक, जिला ग्राम्य विकास अभिकरण शामिल हैं। पांचवा पुरस्कार डॉ० आशीष कुमार श्रीवास्तव, (ग्रुप लीडर) तत्कालीन जिलाधिकारी देहरादून एवं तत्कालीन निदेशक, आईटीडीए आईटी पार्क टीम के सदस्य में श्रीमती नितिका खण्डेलवाल, तत्कालीन मुख्य विकास अधिकारी देहरादून एवं श्री रामस्वरूप उनियाल डिप्टी जनरल मैनेजर (आई०टी०), स्मार्ट सिटी, देहरादून शामिल हैं। छठा पुरस्कार श्रीमती नितिका खण्डेलवाल, तत्कालीन मुख्य विकास अधिकारी, देहरादून (ग्रुप लीडर) टीम के सदस्य में डॉ० आशीष कुमार श्रीवास्तव, तत्कालीन जिलाधिकारी देहरादून एवं तत्कालीन निदेशक, आईटीडीए आईटी पार्क, सांतवा पुरस्कार श्री अभिषेक त्रिपाठी (ग्रुप लीडर) तत्कालीन अपर मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन टीम के सदस्य में डॉ. पंकज सिंह, स्टेट सर्विलांस ऑफिसर शामिल हैं।
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