देहरादून
Big Breaking: हरीश रावत और उनकी बेटी ने इनके खिलाफ दर्ज कराया मुकदमा, जानिए मामला…
देहरादून: उत्तराखंड में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और उनकी बेटी ने उनके खिलाफ झूठी खबर के मामले में एफआईआर दर्ज कराई है । उन्होंने सोशल मीडिया में पोस्ट लिखी है । उन्होंने कहा कि मुस्लिम यूनिवर्सिटी के प्रसंग को में अपनी और से यही समाप्त करना चाहता हूँ एक बात स्पष्ट है कि कुछ ताकतें मुझको केवल मुस्लिम परस्त सिद्ध करना चाहती है। उन्होंने कहा कि उन्होंने इस मामले में जो प्राथमिकी दर्ज करवाई है, उससे भी स्पष्ट है कि नकली अखबार और झूठा समाचार छपवाकर किस प्रकार से उसे भाजपा के सोशल मीडिया के सिपाहियों से लेकर उनके शीर्ष सिपाहियों ने भी उस अस्त्र का उपयोग उनकी व्यूह रचना और हरीश रावत की राजनीति ध्वस्त करने के लिए किया ।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार हाल में हुए उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस द्वारा राज्य में मुस्लिम विश्वविद्यालय स्थापित किए जाने की कथित योजना का मुद्दा प्रमुखता से उठा था जिसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भाजपा नेताओं ने उसका तुष्टिकरण एजेंडा बताया था । स्वयं को किसी जाति धर्म परस्त नहीं बल्कि मानवता परस्त बताते हुए रावत ने आरोप लगाया कि अब वही ताकतें उनकी बेटी की राजनीति पर भी ग्रहण लगाने के लिए झूठ का सहारा ले रही हैं।रावत ने कहा, ‘‘मेरी बेटी ने भी एक प्राथमिकी दर्ज करवाई है जिसमें उन्होंने शिकायत की है कि किस तरीके से एक झूठा बयान गढ़ कर कहा जा रहा है कि वह केवल मुसलमानों के वोट से जीती हैं ।’’ रावत ने कहा कि अनुपमा सर्व समाज के आशीर्वाद से जीती हुई बेटी है और हरिद्वार ग्रामीण के सर्व समाज ने उसे अपनी बेटी मानकर विधायक का दायित्व सौंपा है जिसे वह निष्ठा पूर्वक निभाएंगी ।
वहीं दूसरी ओर हरदा की छवि धूमिल करने के मामले में अब उनके समर्थकों ने मोर्चाबंदी कर दी है। हरिद्वार निवासी मनीष कर्णवाल ने साइबर क्राइम सेल, देहरादून के प्रभारी निरीक्षक को शिकायत दर्ज कराई है। जिसमें धामी की धूम नाम से फेसबुक पेज पर हरीश रावत के आपत्तिजनक क्रिएटिव का जिक्र करते हुए दोषियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर कार्रवाई की मांग की गई है। शिकायती पत्र में कहा गया गया कि धामी की धूम फेसबुक पेज पर बीती नौ फरवरी को देवभूमि के सम्मान में, उत्तराखंडी मैदान में नारे के साथ हरीश रावत का आपत्तिजनक क्रिएटिव पोस्ट किया गया। इसे सैकड़ों व्यक्तियों ने शेयर किया। चुनाव प्रचार के दौरान इस पोस्ट का कांग्रेस के खिलाफ दुष्प्रचार और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए किया गया। साथ ही चुनाव में ध्रुवीकरण का प्रयास किया गया। जिससे हरीश रावत की मानहानि हुई और कांग्रेस को नुकसान हुआ है।
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