हरिद्वार
Big Breaking: हरिद्वार आने से पहले पढ़ लें ये खबर, गंगा स्नान और बाहरी यात्रियों की एंट्री पर बैन…
हरिद्वार: उत्तराखंड में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है। ऐसे में हरिद्वार जिला भी कोरोना की चपेट में आ गया है। इसी वजह से जिला प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर्व पर श्रद्धालुओं के हरकी पैड़ी जाने पर रोक लगा दी। अगर आप 14 जनवरी से 16 जनवरी तक हरिद्वार जाने की सोच रहे हैं, तो ये खबर पढ़ लें। हरिद्वार में 16 जनवरी तक सभी सार्वजनिक गतिविधियां प्रतिबंधित हैं। इसके मद्देनजर मकर सक्रांति का स्नान भी प्रतिबंधित किया गया है। बाहरी राज्यों से आने वाले यात्रियों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
डीएम विनय शंकर पांडेय ने लिखित आदेश जारी कर मकर सक्रांति स्नान रद्द करने का ऐलान किया। जिलाधिकारी ने लिखित आदेश जारी कर बताया कि कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए 16 जनवरी तक सभी सार्वजनिक गतिविधियां प्रतिबंधित हैं। इसके मद्देनजर मकर सक्रांति का स्नान भी प्रतिबंधित किया गया है। बाहरी राज्यों से आने वाले यात्रियों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। हरकी पौड़ी क्षेत्र में श्रद्धालु और स्थानीय लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।
जिलाधिकारी ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति इन आदेशों का उलंघन करता है तो उसके खिलाफ महामारी अधिनियम 1897 के तहत कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। कोरोना के कारण श्रद्धालुओं की संख्या में काफी कमी देखी गई है। महाकुंभ के दौरान भी हरिद्वार में बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित मिले थे, जिसके बाद तय समय से पहले ही महाकुंभ का समापन कर दिया गया था। इस बार कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए जिला प्रशासन ने मकर संक्रांति पर्व पर गंगा स्नान के लिए एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) जारी की है।

लेटेस्ट न्यूज़ अपडेट पाने के लिए -
👉 पहाड़ी खबरनामा के वाट्सऐप ग्रुप से जुड़ें
👉 पहाड़ी खबरनामा के फेसबुक पेज़ को लाइक करें
Latest News -
संवेदनशील प्रशासन; आपदाग्रस्त गांव बटोली प्रभावितों के द्वार, लगाया मेडिकल कैम्प
उत्तरांचल उत्थान परिषद की ओर संस्कृति एवं पर्यावरण को समर्पित उत्तराखण्ड के लोक पर्व ‘हरेला महोत्सव 2025’ के शुभारम्भ पर विचार गोष्ठी एवं वृहद वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन
हरेला पर्व पर एनएमओ का पर्यावरण संरक्षण संकल्प — मेडिकल कॉलेज और स्कूल में धरा हरियाली का रंग
कर्नल अजय कोठियाल : त्याग और जनसेवा की मिसाल
गुप्तकाशी-ल्वारा मोटर मार्ग पर हुआ हादसा प्रशासन की तत्परता से बची यात्रियों की जान
