उत्तराखंड
उत्तराखंड BJP और कांग्रेस में सिर फुटव्वल, कुछ ने दी सामुहिक इस्तीफे की चेतावनी तो किसी ने दी पार्टी बदलने की धमकी…
देहरादूनः उत्तराखंड की राजनीतिक गलियारों में इन दिनों सर्द मौसम में भी गर्माहट नजर आ रही हैं। जैसे जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे है, वैसे वैसे राजनीतिक दलों में आरोप-प्रत्यारोप और छींटाकशी भी तेज होती जा रही है। राज्य की दोनो बड़ी पार्टियों कांग्रेस और बीजेपी में सिर फुटव्वल देखने को मिल रही है। देहरादून में भाजपा नेताओं ने मंडल अध्यक्ष को लेकर रायपुर विधायक के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कांग्रेस में जाने की धमकी दे दी है। वहीं उत्तरकाशी में तमाम कांग्रेस के पदाधिकारी इसलिए नाराज हैं कि पूर्व में वित्तीय अनियमितताओं के गंभीर आरोपों का सामना करने वाले जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण को कांग्रेस पार्टी में शामिल करने की कवायद की जा रही है। जिसका कांग्रेसी नेताओं ने तीखा विरोध किया है, इतना ही नहीं उन्होंने संगठन को सामूहिक इस्तीफे की चेतावनी भी दी है।
बता दें कि उमेश शर्मा काऊ ने एक दिन पहले ही दो मंडल अध्यक्ष रायपुर में बदले है। जिससे बीजेपी में भयंकर भूचाल आ गया है पार्टी के कार्यकर्ता जहां बीजेपी कार्यालय में धरना देने पहुंच गए हैं वही कई कार्यकर्ताओं ने रायपुर विधानसभा में एक बड़ी बैठक भी आयोजित की जिसमें विधायक रायपुर उमेश शर्मा काऊ के खिलाफ रणनीति भी बनाई गई की कैसे 2022 के चुनाव में उमेश काऊ को हराया जाए।कार्यकर्ताओं ने बोला है कि ऐसा ही चला ता रहा तो वह कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे। काऊ पर उनकी ही पार्टी के नेताओं ने विधानसभा सीट पर पार्टी संगठन के दो मण्डल अध्य्क्ष हटवा कर ऐसे लोगो को जिम्मेदारी दिलाने का आरोप लगाया है जो चुनाव निर्दलीय लड़कर हार चुके है। अब बीजेपी नेता मंडल अध्यक्ष बदलने की मांग को लेकर बीजेपी प्रदेश कार्यालय में राजेश शर्मा , राजभर पुरोहित , रंजीत भंडारी, नीरू भट्ट , सुभाष यादव, गणेश सिलमना आदि कई बीजेपी कार्यकर्ता धरने पर बैठे।
वहीं उत्तरकाशी में यमुना घाटी के कांग्रेस अध्यक्ष राजेश सिंह राणा ने आरोप लगाया है कि उत्तरकाशी जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण ने जनपद में ही नहीं बल्कि उत्तराखंड के इतिहास में घोटाले को अंजाम दिया है। उन्होंने कहा कि उत्तरकाशी डीएम की ओर से अपनी जांच आख्या में स्पष्ट रूप से भारी भरकम घोटाले को उजागर किया गया, जो कि लोकतंत्र के इतिहास में काला अध्याय के रूप में जाना जाएगा। उत्तरकाशी कांग्रेस जिलाध्यक्ष जगमोहन रावत ने भी अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यदि दीपक बिजल्वाण कांग्रेस में शामिल होते हैं तो यमुनोत्री विधानसभा के समस्त कार्यकर्ता और पदाधिकारी अपने पद से त्यागपत्र देने से भी पीछे नहीं हटेंगे। इस मामले में उत्तरकाशी जिले के कांग्रेस पदाधिकारियों ने शीर्ष नेतृत्व से भी पत्र लिखकर जिला पंचायत अध्यक्ष को कांग्रेस में शामिल न किए जाने का आग्रह किया है।
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